पटना. कोरोना की वजह से आइसीयू में इलाज करा रहे मरीजों में पेट संबंधित परेशानी अधिक देखने को मिल रही है. 20 से 25% आइसीयू मरीजों को डायरिया और पेट में दर्द की परेशानी बढ़ गयी है. जबकि 30% मरीजों ने उल्टी व भूख न लगने संबंधित शिकायत की.
यह समस्या शहर के पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में देखने को मिल रही है.
वहीं डॉक्टरों का कहना है कि पहली लहर में कोरोना के गंभीर मरीजों में सांस लेने में दिक्कत अधिक देखने को मिल रही थी. जबकि दूसरी लहर में पेट संबंधित परेशानी बढ़ गयी है.
एम्स के नोडल पदाधिकारी डॉ संजीव कुमार ने बताया कि कोरोना को लेकर वर्तमान में जागरूकता व सावधानी बरतनी बेहद जरूरी है. बीमारी उन्हीं लोगों को पकड़ रही है, जो लापरवाह दिख रहे हैं.
कोविड पॉजिटिव मरीजों में 30 से 40% मरीज वेंटिलेटर, हाइ फ्लो नेजल कैनुला और ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं. बहुत से गंभीर मरीजों ने पेट संबंधित परेशानी बतायी है.
वहीं, पीएमसीएच में कोविड मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि 25% मरीजों में डायरिया संबंधित परेशानी देखने को मिल रही है. पिछले साल डायरिया संबंधित परेशानी कम मरीजों में थी.
Posted by Ashish Jha