Coronavirus in Bihar : एक सप्ताह में रेमडेसिविर का 50 हजार डोज आयेगा बिहार, सात दिनों के अंदर चालू होगा पटना में मेदांता अस्पताल
राज्य में कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए बीएमएसआइसीएल 50 हजार वायल (डोज) रेमडेसिविर की खरीद करेगी. यह खरीद जायडस कैडिला कंपनी से की जायेगी़ कंपनी एक सप्ताह में दवा की आपूर्ति शुरू कर देगी़
पटना . राज्य में कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए बीएमएसआइसीएल 50 हजार वायल (डोज) रेमडेसिविर की खरीद करेगी. यह खरीद जायडस कैडिला कंपनी से की जायेगी़ कंपनी एक सप्ताह में दवा की आपूर्ति शुरू कर देगी़
सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी़ उन्होंने बताया कि शाम तक रेमडेसिविर के 1200 डोज राज्य को आपूर्ति हो रहे हैं, जिन्हें पटना सहित अन्य जिलों में मांग के अनुसार आपूर्ति की जायेगी़
गौरतलब है कि रविवार को रेमडेसिविर की कोई आपूर्ति नहीं हो पायी थी़ इस कारण कई जगहों पर इसकी आपूर्ति कम या नहीं हुई़ उन्होंने बताया कि बाजार में भी उपलब्ध रेमडेसिविर दवा को लेकर ड्रग्स कंट्रोलर को निर्देश दिया गया है कि इसकी कालाबाजारी नहीं हो और जरूरत व मांग के अनुसार अस्पतालों में इसकी आपूर्ति सुनिश्चित की जाये़
बता दें कि पूरे देश में इस दवा की भारी मांग है़ इस कारण राज्य में भी बाहरी दवा कंपनियों से आपूर्ति को लेकर थोड़ी समस्या आ रही थी़ वहीं, रविवार को गृह विभाग ने सभी जिलों को रेमडेसिविर व हाइ एंटीबायोटिक दवाएं उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिया था.
एक सप्ताह में शुरू होगा मेदांता अस्पताल
इएसआइसी और मेदांता अस्पताल को बतौर कोविड अस्पताल शुरू करने के सवाल पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि अभी डीआरडीओ की ओर से बिहटा में 500 बेड के इएसआइसी अस्पताल को कोविड अस्पताल के रूप में शुरू करने को लेकर कोई आदेश नहीं आया है़
वहीं, मेदांता को कोविड अस्पताल के रूम में शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री स्तर पर दिशा-निर्देश दिया जा रहा है़ पहले स्वास्थ्य विभाग की टीम अपने स्तर से मेदांता को कोविड अस्पताल में शुरू करने की कोशिश में थी़ अब वहां की टीम संभवत: एक सप्ताह में मेदांता को कोविड अस्पताल के रूप में चालू कर देगी़
जिलों को प्रेस ब्रीफिंग कर जानकारी देने का निर्देश
स्वास्थ्य विभाग के कार्यपालक निदेशक ने बताया कि गृह विभाग के आदेश के अलावा स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी जिलों के सिविल सर्जन व स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि वो अपने स्तर से जिले में ऑक्सीजन, रेमडेसिविर व अन्य एंटीबायोटिक दवाओं की उपलब्धता व आपूर्ति को लेकर प्रेस ब्रीफिंग करें. इससे दवाओं की कालाबाजारी नहीं होगी और लोग पटना में मरीजों को अनावश्यक रूप से भर्ती कराने का प्रयास नहीं करेंगे़
Posted by Ashish Jha