पटना . कोरोना की स्थिति को देखते हुए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (इपीएफओ) ने वेतनभोगी वर्ग को पीएफ एकाउंट से एडवांस पैसा निकालने की सुविधा देकर बड़ी राहत दी है. कर्मचारी भविष्य निधि खाते वाले कर्मचारी पैसे निकाल सकते हैं या मेडिकल ग्राउंड पर लोन ले सकते हैं. अगर कोई कर्मचारी या उसके माता-पिता, पति या पत्नी या बच्चे कोरोना के कारण बीमार पड़ गये, तो सदस्य राशि निकाल सकता है.
कोई कर्मचारी मासिक वेतन या कर्मचारी के हिस्से को ब्याज के साथ इपीएफ से कोरोना चिकित्सा उपचार के लिए वापस ले सकता है. इस पर कोई लॉक-इन अवधि या न्यूनतम सेवा अवधि लागू नहीं होती है.
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कर्मचारी के पास यूएएन होना चाहिए.
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कर्मचारी के बैंक खाते का विवरण उसके इपीएफ खाते से मेल खाना चाहिए.
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यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पिता का नाम और कर्मचारी की जन्मतिथि उस प्रमाण के साथ स्पष्ट रूप से मेल खाना चाहिए, जो उधारकर्ता जमा करने का निर्णय लेता है.
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पीएफ खाते में मौजूद बैलेंस (कर्मी और नियोक्ता दोनों के हिस्से) की 75 फीसदी तक, या वेतन के तीन महीने के बराबर, जो भी कम हो, रकम आप निकाल सकते हैं.
केंद्रीय अपर आयुक्त (बिहार- झारखंड ) राजीव भट्टाचार्य ने कहा कि इपीएफओ ने खाता धारकों को राहत देते हुए एडवांस निकासी की सुविधा दी है. इपीएफओ ने इसके लिए इपीएफ स्कीम-1952 में बदलाव करते हुए यह कहा कि कर्मचारी अपने खाते में जमा रकम का 75 फीसदी या तीन महीने के वेतन के बराबर रकम निकाल सकते हैं.
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (इपीएफओ) के 12 कर्मचारी व अधिकारी कोरोना संक्रमित पाये गये हैं. इसके बाद इपीएफओ कार्यालय में बाहर के लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. लोगों से ऑनलाइन सेवा का लाभ उठाने का अनुरोध किया जा रहा है.
मिली जानकारी के अनुसार पिछले एक सप्ताह के अंदर इपीएफओ के क्षेत्रीय कार्यालय पटना और जोनल कार्यालय में 12 कर्मचारी व अधिकारी कोरोना संक्रमित पाये गये हैं. इन लोगों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है. मिली जानकारी के अनुसार इनमें पटना क्षेत्रीय कार्यालय के आयुक्त वन विजय पांडे और राजेश पांडे शामिल हैं.
इनके अलावा पटना क्षेत्रीय कार्यालय के सहायक आयुक्त अविनाश कुमार सिन्हा भी संक्रमित पाये गये हैं. कर्मचारी भविष्य निधि स्टाफ यूनियन के अध्यक्ष मोहन उपाध्याय ने बताया कि कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद कार्यालय में 50-50 कर्मचारी रोस्टर के अनुसार आ रहे हैं. साथ ही कार्यालय को पूरी तरह सैनिटाइज किया गया है.
कर्मचारी और अधिकारियों को मास्क, सैनिटाइजर और दस्ताने मुहैया कराये गये हैं. उन्होंने बताया कि कार्यालय में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बाहरी लोगों के आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. उन्हें ऑनलाइन सेवा का लाभ उठाने को कहा जा रहा है.
Posted by Ashish Jha