दानापुर. बिहार में कोरोना का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है. राज्य सरकार के निवेदन पर सेना ने सिविल अस्पतालों में मोरचा संभाल लिया है. कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए बिहटा स्थित इएसआइसी अस्पताल में सेना के 8 चिकित्सक व 21 पारा मेडिकल स्टाफ शुक्रवार को पहुंचे.
डीसीएलआर रवि राकेश ने बताया कि बिहटा स्थित इएसआइसी अस्पताल में कोविड संक्रमित मरीजों को बेहतर इलाज के लिए सेना के 8 चिकित्सक व 21 पारा मेडिकल स्टाफ व तकनीशियन शुक्रवार को पहुंचेंगे. जिससे मरीजों को बेहतर ढंग से उपचार किया जायेगा.
इधर, पटना स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने गुरुवार को राजेन्द्रनगर स्थित अतिविशिष्ट नेत्र अस्पताल के एक भाग में बन रहे कोविड अस्पताल का निरीक्षण कर 24 घंटे के अंदर इसे शुरू करने का निर्देश दिया.
इस दौरान मंत्री ने पटना की सिविल सर्जन विभा कुमारी से अस्पताल के लिए डॉक्टर्स, पैरा मेडिकल स्टाफ सहित अन्य कर्मियों की उपलब्धता की जानकारी ली और मरीजों और उनके परिजनों को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये़
मौके पर उन्होंने बताया कि 18 वर्ष से 45 वर्ष के लोगों का टीकाकरण मुफ्त करने के लिए राज्य सरकार के द्वारा निर्णय लिया गया है, जिसके क्रियान्वयन के लिए टीका खरीदने के लिए कार्रवाई की जा रही है़
मंत्री ने बताया कि राज्य में कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए आइ हॉस्पिटल के एक भाग को कोविड अस्पताल बनाया गया है़ 24 घंटे के अंदर यहां मरीजों को भर्ती करने की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी़ इस अस्पताल में 115 बेड होंगे, जिसमें 84 ऑक्सीजन युक्त और 31 बेड सीसीसी होंगे. राज्य के अन्य अस्पतालों में बेडों की संख्या बढ़ायी जा रही है.
आइजीआइएमएस में भी 100 बेड बढ़ाने का काम प्रगति पर है़ एनएमसीएच में भी 300 बेड बढ़ाया गया है़ अन्य अस्प्तालों में भी बेड बढ़ाने का काम हो रहा है़ राज्य में ऑक्सीजन की आपूर्ति भी सामान्य हुई है़ रेमडेसिविर इंजेक्शन की भी आपूर्ति एक-दो दिनों में अधिक मात्रा में होने लगेगी़
Posted by Ashish Jha