पटना. बिहार में कोरोना के हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. एक बार फिर राज्य में प्रतिदिन एक हजार के करीब नये कोरोना संक्रमित मिलने लगे हैं. प्रशासन पूरे हालत पर नजर बनाये हुए है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज हालात की समीक्षा करेंगे. इधर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने बताया कि राज्य में कोरोना से संक्रमित 95 % लोग होम आइसोलेशन में हैं.
इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा पटना एम्स में बेड़ों की संख्या 60 से बढ़ाकर 110 कर दी गयी है. एम्स में आइसीयू की संख्या भी 30 बेड की गयी है. इसी प्रकार से पीएमसीएच में बेडों की संख्या 60 से बढ़ाकर 100 कर दी गयी है.
एनएमसीएच में कोरोना के लिए बेड की संख्या 100 और बढ़ायी गयी है. साथ ही डीआरडीओ ने इएसआइसी अस्पताल, बिहटा में 500 बेडों की स्थापना की है. इएसआइसी अस्पताल में आज ही 50 नर्सों की प्रतिनियुक्ति की जा रही है. उन्होंने बताया कि लोगों को किसी प्रकार की तकलीफ होने पर टॉलफ्री नंबर 104 पर जानकारी लेनी चाहिए.
प्रधान सचिव ने बताया कि कोरोना टीकाकरण की संख्या में भी वृद्धि की जा रही है. यह कोशिश की जा रही है कि अगले 20-25 दिनों में 45 वर्ष और उससे ऊपर के अधिसंख्य लोगों का टीकाकरण कर दिया जायेगा. इसके लिए वैक्सीन सेंटरों की संख्या में भी वृद्धि की गयी है.
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1-7 मार्च- 224
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8-14 मार्च- 267
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1-21 मार्च – 544
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22-28 मार्च – 1386
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29 मार्च – 04 अप्रैल – 3422
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि देश के साथ राज्य में कोरोना का प्रसार तेजी से हो रहा है. तेजी से फैल रहे संक्रमण की रोकथाम में सभी लोगों की सहभागिता आवश्यक है. उन्होंने बताया कि कोरोना की बढ़ती संख्या को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को दोपहर में राज्य के सभी जिलों के डीएम व एसपी के साथ स्थिति की समीक्षा करेंगे. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री प्रतिदिन स्वास्थ्य विभाग के साथ कोरोना की समीक्षा कर रहे हैं.
पत्रकारों से बातचीत में प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए प्रतिदिन आरटी-पीसीआर जांच की संख्या में वृद्धि की जा रही है. इसके अलावा कोरोना के कलस्टर और कंटेनमेंट जोन में एंटीजन टेस्ट को बढ़ाया जा रहा है. वैक्सीनेशन को भी बढ़ाया जा रहा है. सब प्रयास के बाद भी कोरोना का वायरस तेजी से फैल रहा है. इससे स्थिति के बिगड़ने जैसी हो सकती है.
होली के बाद जिस तरह से राज्य में इसका प्रसार हुआ, वह इसका साबूत है. सरकार की ओर से सार्वजनिक कार्यक्रमों और निजी समारोह पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने जनता से अपील की कि वह किसी प्रकार की शंका होने पर तुरंत कोरोना की जांच कराएं.
इधर, मुख्यमंत्री ने सोमवार को जदयू के प्रदेश कार्यालय परिसर में पत्रकारों से कहा कि कोरोना के बढ़ते मामले के मद्देनजर पूरी स्थिति पर नजर रखी जा रही है. कोरोना दूसरे देशों और अपने देश के कई प्रांतों में बढ़ रहा है. बिहार में भले उतना ज्यादा नहीं है, लेकिन बढ़ना शुरू हुआ है. उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा आरटी-पीसीआर से जांच होनी चाहिए.
पिछली बैठक में जांच की संख्या प्रतिदिन एक लाख तक पहुंचाने का निर्देश दिया है, क्योंकि जितनी तेजी से जांच होगी, लोगों को उतना ही फायदा होगा. सीएम ने कहा कि कुछ दिनों के लिए सामूहिक कार्यक्रमों से परहेज करना चाहिए. एक सप्ताह के लिए स्कूल-कॉलेज बंद कर दिये गये हैं. पूरी स्थित को देख रहे हैं. वैक्सीनेशन के बाद जांच की संख्या घटते-घटते 20 हजार तक पहुंच गयी. इसके बाद तुरंत जांच की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये गये.
उन्होंने कहा कि कोरोना की स्थिति की प्रतिदिन रिपोर्ट ली जाती है. कोरोना को लेकर मंगलवार को भी मीटिंग होने वाली है, जिसमें जिला स्तर पर बात होगी. उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन का काम भी तेजी चलना चाहिए. केंद्र की गाइडलाइन भी है कि 45 वर्ष से उम्र के सभी लोगों का वैक्सीनेशन हो, इसके लिए पूरी तैयारी की गयी है.
Posted by Ashish Jha