पटना . पटना जिले में कोरोना के नये मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है. शुक्रवार को भी यहां कोरोना के 661 नये मरीज मिले. वहीं सक्रिय मरीजों की संख्या करीब 3205 से बढ़कर करीब 3836 से अधिक हो गयी है.
संक्रमित में जो मरीज गंभीर हैं, वह पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, एम्स अस्पताल में भर्ती हैं. इसके अलावा करीब 100 मरीज होटल पाटलिपुत्र अशोका में व 2700 से अधिक मरीज खुद को होम आइसोलेट किये हैं. यह डॉक्टरों की सलाह पर अपना इलाज करा रहे हैं.
पटना जिले में मात्र नौ दिनों में रोज मिलने वाले केस लगभग चार गुना बढ़ गये हैं. इस दौरान कोरोना से होने वाली मौतें भी दो गुना बढ़ गयी, जबकि इस अवधि में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या भी ज्यादा हो गयी.
संक्रमण में वृद्धि पर नजर डालें तो नौ दिन पूर्व 500 से अधिक सक्रिय केस वाला पटना एकमात्र जिला था और 200 के आसपास कुल सक्रिय केसों वाले जिलों की संख्या 12 थी. नौ दिन बाद 200 से अधिक कुल सक्रिय केसों वाले जिले की संख्या बढ़ कर पांच हो गयी.
कोरोना के बढ़ते मरीजों के साथ ही अस्पतालों के बेड फुल होने की समस्या भी देखने को मिल रही है. शहर के पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 100 में 80 बेड फुल हो गये हैं. वहीं, बचे 20 बेड गंभीर, डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी व वीआइपी मरीजों के लिए आरक्षित किये गये हैं.
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने बताया कि मरीजों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है. बेड फुल होने की बात गलत है. 80 बेड पर कोविड के मरीज भर्ती किये गये हैं. वहीं, 20 बेड रिजर्व रखे गये हैं. मरीजों को परेशानी नहीं हो, इसलिए न्यू इमरजेंसी वार्ड में 20 से 30 बेड बढ़ा दिये जायेंगे, जहां कोविड के मरीज भर्ती होंगे.
अगमकुआं स्थित राजेंद्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान आरएमआरआइ में एक सप्ताह मरीजों की ओपीडी सेवा बंद कर दी गयी है. संस्थान में दो वैज्ञानिक, तीन टेक्निशियन के साथ तीन कर्मी के संक्रमित होने के बाद यह फैसला लिया गया है. संस्थान के निदेशक डॉ कृष्णा पांडे ने बताया कि सोमवार 11 अप्रैल से लेकर 18 अप्रैल के बीच में संस्थान में ओपीडी सेवा बंद रहेगी.
Posted by Ashish Jha