अनुज शर्मा, पटना . राज्य में करोना से संक्रमित गंभीर मरीजों को आइसीयू बेड के लिए परेशान होना पड़ रहा है. राज्य में कोविड के एक्टिव मरीजों की संख्या का आंकड़ा बुधवार को ही एक लाख 13 हजार पार कर गया था.
राज्य स्वास्थ्य समिति की सूचना के अनुसार कोविड मरीजों के लिए राज्य में कुल बेडों की संख्या 28936 है. इसमें गुरुवार की शाम चार बजे 20711 बेड खाली थे. आइसीयू के कुल 2107 में 390 बेड ही खाली थे. चिंता की बात यह थी कि कई जिलों में एक भी आइसीयू का एक भी बेड खाली नहीं था. इनमें अधिकतर वह जिले हैं, जिनसे राजधानी पटना बहुत दूर है.
प्रभात खबर ने गुरुवार को आइसीयू बेड की स्थिति को लेकर अपनी पड़ताल की. राज्य स्वास्थ्य समिति की आधिकारिक वेबसाइट पर पहले ब्योरा जांचा, उसकी हकीकत जानने को समिति द्वारा अस्पतालों की हेल्पलाइन नंबर पर फोन किया.
अररिया, अरवल, औरंगाबाद, बांका, बक्सर, गोपालगंज, जमुई, कैमूर, कटिहार, खगड़िया, लखीसराय, नवादा, पूर्णिया, सारण, शेखपुरा, शिवहर जिलाें में एक भी आइसीयू बेड नहीं है. इन जिलों के मरीजों के लिए अभी तक आइसीयू बेड का इंतजाम ही नहीं हो सका है. जिला हॉस्पिटल भागलपुर और एसडीएच नवगछिया में केवल सामान्य बेड हैं, यहां भी आइसीयू बेड की सुविधा शुरू नहीं हो सकी है.
भोजपुर में जिला अस्पताल सहित कुल चार कोविड अस्पताल बनाये गये हैं. पूरे जिले के लिए मात्र तीन आइसीयू बेड हैं. दरभंगा में भी आइसीयू का कोई बेड खाली नहीं है. गया में एनएमसीएस में 28 आइसीयू बेड हैं. पूरे जिले में कोविड अस्पताल तो कई हैं, लेकिन आइसीयू की व्यवस्था नहीं है. पटना को छोड़ दिया जाये, तो अधिकांश जिलों के एक-दो अस्पतालों में ही आइसीयू की व्यवस्था है.
राज्य स्वास्थ्य समिति ने कोविड हॉस्पिटल के जो हेल्पलाइन नंबर जारी किये हैं, उनका रिस्पांस संतोषजनक मिला. एक बार में ही फोन उठा लिये गये. कुछ जगहों से कॉल बैक भी किया गया. जिला अस्पताल आरा के हेल्पलाइन नंबर पर बात नहीं हो सकी.
औरंगाबाद के सिरिस बरुन में हेल्पलाइन नंबर पर फोन किया, तो डॉ विजय कुमार ने न केवल समस्या सुनी बल्कि कोविड मरीज को कैसे और कहां भर्ती कराना है, इसकी भी जानकारी दी गयी. अस्पताल के मैनेजर का नंबर भी दिया.
Posted by Ashish Jha