पटना. बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच ऑक्सीजन, रेमडेसिविर व अन्य जीवनरक्षक दवाओं की मांग बहुत बढ़ गयी है. इसके साथ ही इनकी कालाबाजारी भी बढ़ गयी है. कालाबाजारी रोकने के लिए पुलिस विभाग की आार्थिक अपराध इकाई ने डीएसपी भाष्कर रंजन के नेतृत्व मेें दो विशेष टीमों का गठन किया है.
आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैयर हसनैन खां ने समीक्षा के दौरान बताया कि मेडिकल ऑक्सीजन, रेमडेसिविर व अन्य अावश्यक दवाओं के अवैध रूप से भंडारण की रोकथाम के लिए कारगर कार्रवाई की जा रही है.
अब आम जनता के साथ-साथ एनजीओ के लोगों द्वारा भी पुलिस को सूचना देने पर कार्रवाई होगी. इओयू की ओर से बताया गया कि एडीजी की समीक्षा में इस संबंध में कार्रवाई करने के लिए आइजी, डीआइजी के अलावा जिलों के एसएसपी, एसपी से भी बात की गयी है.
इस तरह के मामलों में तत्काल संज्ञान लेते हुए कार्रवाई के निर्देश दिये गये हैं. निर्देश में कहा गया है कि कालाबाजारी पर रोक लगायी जाये, ताकि जरूरतमंदों को जीवनरक्षक दवाएं मिल सकें.
इओयू ने लोगों से सूचना लेने और जिलों से समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्रवाई के लिए सातों दिन 24 घंटे संचालित होने वाला एक कंट्रोल रूप स्थापित किया है. इसमें मेडिकल ऑक्सीजन, रेमडेसिविर व अन्य आवश्यक दवाओं की कालाबाजारी और अधिक मूल्य पर बिक्री आदि की सूचना दी जा सकती है.
कंट्रोल रूम संचालन के लिए तीन पालियों में अधिकारियों की ड्यूटी लगायी गयी है. इसमें सुबह आठ बजे से लेकर दोपहर तीन बजे, दोपहर तीन से लेकर रात नौ बजे और फिर रात नौ बजे से लेकर सुबह आठ बजे तक पुलिस विभाग के अधिकारी व कर्मचारी तैनात रहेंगे. यह नियंत्रण कक्ष 31 मई तक काम करेगा.
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कंट्रोल रूम : 06122215142
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भाष्कर रंजन, डीएसपी सह टीम प्रभारी 8544428427 व 7543014100
कंट्रोल रूम के अधिकारी
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रजनीश कुमार, इओयू के डीएसपी 9661488551
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सुमन कुमार शर्मा, इओयू के डीएसपी 8986044486
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जाकिर हुसैन, इओयू के डीएसपी 9006504434.
Posted by Ashish Jha