बिहार में ऑक्सीजन और दवा के बाद अब पल्स ऑक्सीमीटर भी हुआ बाजार से गायब, कालाबाजारी जोरों पर
ऑक्सीजन के बाद अब बाजार से पल्स ऑक्सीमीटर भी गायब हो गया है. इसकी भी कालाबाजारी होने लगी है. जो पल्स ऑक्सीमीटर पहले 500-1000 रुपये में बिकता था. इन दिनों 3000-3500 रुपये तक में बिक रहा है. इसका दाम अचानक एक सप्ताह में बढ़ गया है.
मुजफ्फरपुर . ऑक्सीजन के बाद अब बाजार से पल्स ऑक्सीमीटर भी गायब हो गया है. इसकी भी कालाबाजारी होने लगी है. जो पल्स ऑक्सीमीटर पहले 500-1000 रुपये में बिकता था. इन दिनों 3000-3500 रुपये तक में बिक रहा है. इसका दाम अचानक एक सप्ताह में बढ़ गया है.
कलमबाग चौक के एक बड़े मेडिकल स्टोर संचालक बताते हैं कि माह भर पहले ऑक्सीमीटर अिधकतम 1000 रुपये में मिल जाता था, लेकिन कोरोना के बढ़ते कहर के बीच इसकी मांग तेजी से बढ़ गयी है. स्टॉकिस्ट ही इसे 2000 से 2500 रुपये में दे रहे हैं.
मंगलवार को तो स्टॉकिस्ट ने भी रिटेलर दुकानदारों को देने से हाथ खड़ा कर दिया. इससे होम कोरेंटिन मरीजों को काफी परेशानी हो गयी है. इधर, गन्नीपुर के कोरोना पाॅजिटिव के परिजन ने जूरन छपरा के एक दवा दुकानदार ने 3500 रुपये में बिना रसीद आॅक्सीमीटर की खरीद की.
दाम मनमाना रसीद भी नहीं
शहर में कुछ दुकानदार मनमाने दाम पर बिना रसीद ऑक्सीजन सिलेंडर की बिक्री कर रहे हैं. मंगलवार को इसको लेकर चंद्रलोक चौक पर कुछ लोगों ने नाराजगी भी जाहिर की. लोगों का कहना था कि सिलेंडर व ऑक्सीजन की कालाबाजारी की जा रही है. दुकानदार बहाना बना रहे हैं कि प्लांट से ही उन्हें ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं हुआ है.
दुकान के बाहर इसका बोर्ड लगा दिया गया है. जबकि, जो लोग मनमाना राशि देने को तैयार होते हैं. उन्हें पीछे एक घर से सिलेंडर में ऑक्सीजन भर कर उपलब्ध कराया जा रहा है. नया सिलेंडर खरीदने पर दुकानदार रसीद भी नहीं दे रहे हैं. नाम व मोबाइल नंबर एक सादे कागज पर लिखकर रसीद बाद में देने की बात कह रहे हैं.
Posted by Ashish Jha