सीवान : चीन में कहर बरपाने वाली कोरोना वायरस का असर अब पूरे विश्व पर पड़ने लगा है. इटली, ईरान समेत कई देशों में सैकड़ों का संख्या में लोग इसकी चपेट में आये है. भारत में भी कोरोना वायरस से संक्रमण के ममाले बढ़ने लगे है और इससे संक्रमित मरीजों का संख्या 93 तक पहुंच गयी है. बिहार के सीवान में एक संदिग्ध मामला सामने आया है.
बिहार के सीवान में खाड़ी देश से हाल में आये एक युवक में कोरोना वायरस जैसे लक्षण दिखने पर डॉक्टरों ने जांच एवं उपचार के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया. सिविल सर्जन डॉ. अशेष कुमार के आदेश पर खाड़ी देश से आये उस युवक को सरकारी एंबुलेंस से पीएमसीएच भेजा है.10 मार्च को खाड़ी देश से आये युवक को एक-दो दिनों से सदी,खांसी एंव बुखार की शिकायत थी. स्थानीय नीजि अस्पताल में दिखाने पर डॉक्टरों ने उसे बड़हरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भेज दिया है.
बता दें कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा कोरोना बीमारी जैसे लक्षण दिखने वाले एक मरीज की आने की सूचना सिविल सर्जन को दी गयी.उसके बाद सिविल सर्जन डॉ. अशेष कुमार ने युवक को जांच एवं इलाज के लिए पीएमसीएच भेजने का फैसला लिया. जिले से एक एंबुलेंस को बड़हरिया भेजा गया. एंबुलेंस के सभी कर्मचारियों को पर्सनल प्रोटेक्शन कीट पहनाकर रवाना किया गया.सिविल सर्जन डॉ. अशेष कुमार ने बताया कि यहां पर न तो जांच की सुविधा है और न ही ब्लड सैंपल निकालने की सुविधा. सुविधा नहीं होने के कारण कोरोना बीमारी जैसी लक्षण दिखने वाले मरीज को पीएमसीएच रेफर कर दिया गया.
गौरतलब है कि कोरोना के वजह से बिहार आने वाले हजारों पयर्टकों ने अपना दौरा रद्द कर दिया है. कोरोना वायरस से बचने के लिए सरकार के निर्देश पर वैशाली, कोल्हुआ सिहत बिहार के अन्य दशर्नीय स्थलों पर म्यांमार, चीन, थाईलैंड आिद देशों से आने वाले पयर्टकों ने दौरा रद्द कर दिया गया है. इससे जुड़े व्यवसाय पर काफी असर पड़ा है. बखरा स्थित वर्मा मंदिर के प्रधान वेनरेबल सूयार् व बुद्धिष्ट सोसाइटी के वेनर सुजीत कुमार व इंजीनियर पारापोट चंतारा छेद ने बताया कि कोरोना वायरस के बारे में सुन कर लोगों में दहशत है. सरकार के निर्देशानुसार 13 अप्रैल 2020 तक लगभग दजर्नों टीम के 2200 पयर्टकों का दौरा रद्द कर दिया गया है.