Coronavirus in Bihar : पीड़ितों के लिए बढ़ रहे बेड, पर मरीज भी बढ़े, जिला प्रशासन ने भी अब दे रहा होम आइसोलेशन पर जोर
पटना में कोरोना पीड़ितों को अस्पतालों में बेड नहीं मिल पा रहा है. इसके लिए कोरोना संक्रमित एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल का चक्कर लगा रहे हैं. सरकारी अस्पताल के साथ ही निजी अस्पतालों में बेड मिलने में काफी परेशानी हो रही है.
पटना. पटना में कोरोना पीड़ितों को अस्पतालों में बेड नहीं मिल पा रहा है. इसके लिए कोरोना संक्रमित एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल का चक्कर लगा रहे हैं. सरकारी अस्पताल के साथ ही निजी अस्पतालों में बेड मिलने में काफी परेशानी हो रही है.
पटना के 52 निजी अस्पतालों में कोरोना का इलाज किया जा रहा है. इसमें से अधिकांश के तमाम बेड फुल हैं. दो-चार निजी अस्पतालों में कुछ बेड खाली भी हैं तो वे ऑक्सीजन सिलिंडर की कमी के कारण मरीज को एडमिट नहीं करने की जानकारी दे रहे हैं. जैसे पारस अस्पताल में 30 बेड हैं, लेकिन सभी फुल हैं.
रूबन में सभी 154 बेड फुल हैं. जिला प्रशासन ने भी होम आइसोलेशन पर जोर देना शुरू कर दिया है और इसके तहत ही टेलीमेडिसीन कोषांग में दो चिकित्सकों की तैनाती की गयी, ताकि होम आइसोलेशन वाले संक्रमितों को घर बैठे चिकित्सीय सलाह मिल सके.
इन जगहों पर भी बनाया गया है आइसोलेशन सेंटर
कोरोना संक्रमितों के लिए विक्रम, बाढ़, मसौढ़ी दानापुर, पालीगंज अनुमंडल में भी आइसोलेशन सेंटर बना दिया गया है़ इन सेंटरों पर जल्द ही मरीजों को एडमिट कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी. इन सेंटरों के कार्यरत होते ही करीब 400 बेड पटना जिले में बढ़ जायेंगे.
विक्रम में स्थित डायट में 100 बेड, बाढ़ के अनुमंडल अस्पताल व अनुग्रह नारायण सिंह इंटर कॉलेज में 98 बेड, दानापुर के सगुना खगौल रोड में स्थित राधा स्वामी सत्संग भवन में 50 बेड, मसौढ़ी अनुमंडल अस्पताल व मसौढ़ी टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज में 100 बेड, पालीगंज में सरकारी आइटीआइ व दुल्हिन बाजार के आर्यभट्ट बीएड कॉलेज में 50 से अधिक बेड की व्यवस्था है.
इसमें पालीगंज व दुल्हिनबाजार में बने आइसोलेशन सेंटर में व्यवस्था पूरी नहीं हुई है, जबकि अन्य जगहों पर व्यवस्था हो चुकी है और कोरोना संक्रमितों को भर्ती कराने की कार्रवाई शुरू हो चुकी है. बाढ़ अनुमंडल अस्पताल में आठ मरीजों को भर्ती भी किया जा चुका है़
मेदांता व राजेंद्र नगर नेत्र अस्पताल में भी कोविड मरीज का इलाज: मेदांता जयप्रभा अस्पताल में 100 बेड और राजेंद्र नगर नेत्र अस्पताल में 115 बेड कोरोना मरीजों के इलाज की व्यवस्था की गयी है. मेदांता जयप्रभा अस्पताल में सारी प्रक्रिया अंतिम चरण में है. इस अस्पताल में सारी व्यवस्था को लेकर जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने गुरुवार को ही कई निर्देश जारी किया था. राजेंद्र नगर नेत्र अस्पताल में कोरोना मरीजों का इलाज शुरू कर दिया गया है.
कहां कितने बेड खाली
अस्पताल बेड की संख्या भर्ती मरीज खाली बेड
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पीएमसीएच 110 100 10
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एम्स 200 200 00
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एनएमसीएच 500 259 241
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इएसआइ बिहटा 50 07 43
आइसोलेशन सेंटर में है 200 बेडों की व्यवस्था
पाटलिपुत्र अशोका और कंगन घाट पटनासिटी स्थित आइसोलेशन सेंटर में 200 बेडों की व्यवस्था है. हालांकि गंभीर मरीजों को पीएमसीएच, एनएमसीएच या एम्स में ही भर्ती किया जाता है. इन दोनों जगहों में आमतौर पर कोरोना के हल्के-फुल्के लक्षणों वालों को ही रखा जाता है.
Posted by Ashish Jha