पटना. डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने बिहार में कोरोना मरीजों की सहायता को लेकर केंद्र से अनुरोध किया है. उन्होंने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को इस मामले को लेकर पत्र लिखा है. इसमें बिहटा में मौजूद इएसआइ अस्पताल में संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए सैन्य बल चिकित्सा सेवा से डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति कराने का अनुरोध किया है.
उन्होंने कहा है कि कोविड-19 के प्रथम चरण में बिहार के कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए पीएम केयर फंड से इस अस्पताल में 500 बेडों की सुविधा रक्षा मंत्रालय ने शुरू की थी. इससे बिहार के लोगों को काफी राहत मिली थी.
दूसरे चरण में कोरोना संक्रमण तेज गति से फैल गया है. ऐसे में फिर से इसे शुरू किया जाना चाहिए. वर्तमान में इस अस्पताल में कुछ ही चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति हो पायी है. इन उपलब्ध चिकित्सकों के सहयोग से मात्र 50 बेडों का ही संचालन संभव हो रहा है. मौजूदा जरूरत के हिसाब से यहां लगभग 50 चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति आवश्यक है. ताकि मरीजों को राहत मिल सके.
राज्य में रेमडेसिविर इंजेक्शन अब तक उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं. खास बात यह है कि केंद्र सरकार की ओर से बिहार को जो 24 हजार वायल रेमडेसिविर इंजेक्शन का आवंटन किया गया था, वे अब तक बिहार को नहीं मिल पाये हैं.
बाजार में उपलब्ध इस इंजेक्शन को ड्रग्स कंट्रोलर के माध्यम से लोगों को देने की बात कही जा रही है, लेकिन वास्तविका है कि इस इंजेक्शन का आवंटन होने के बाद भी मरीजों को यह जानकारी नहीं मिल पा रही है कि उन्हें रेमडेसिविर का आवंटन किया गया है या नहीं.
स्वास्थ्य विभाग के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि इसके लिए और पारदर्शी व्यवस्था बना कर या फोन कर मरीज के परिजनों को जानकारी दी जायेगी कि उनके लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन का आवंटन कर दिया गया है. विभाग अपनी वेबसाइट पर भी प्रतिदिन जिन मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन आवंटित किया गया है, उनके नाम भी सार्वजनिक करेगा.
Posted by Ashish Jha