अनिकेत त्रिवेदी (पटना). कोरोना की दूसरी लहर पूरे देश में लगातार कहर बरपा रही है. लॉकडाउन के बाद कई राज्यों में हालात सुधर रहे हैं, लेकिन अब भी चिंता की स्थिति बनी हुई है. अगर हम कोरोना की दूसरी लहर की बात करें तो कई राज्यों में संक्रमण दर 15%से ऊपर जा चुकी है.
बिहार में भी संक्रमण दर 30 अप्रैल को 16% से अधिक हो गयी थी, जो अब धीरे-धीरे नीचे आ रही है. मगर, जब हम कोरोना की शुरुआत से अब तक यानी बीते वर्षों के आंकड़ों को मिला कर तुलना करते हैं तो बिहार की संक्रमण दर देश भर में सबसे कम है.
केंद्र सरकार की रिपोर्ट के अनुसार बिहार में संक्रमण दर मात्र 2.3% है, जो देश भर में सबसे कम है. वहीं अन्य बड़े राज्य मसलन महाराष्ट्र में सबसे अधिक 17.4%, केरल में 11.7%, दिल्ली में 7.6%, यूपी में 3.6% और मध्य प्रदेश में 8.3% संक्रमण दर ओवरऑल रही है. यहां तक कि पड़ोसी राज्य झारखंड में भी अब तक के आंकड़ों के अनुसार चार फीसदी संक्रमण दर रही है.
बिहार में रिकवरी दर में लगातार सुधार दर्ज किया जा रहा है. वर्तमान में बिहार का रिकवरी दर 85 फीसदी के पार चला लगा गया है. हालांकि, वर्तमान में देश के कई राज्यों में इससे अधिक रिकवरी दर दर्ज की जा रही है, लेकिन महाराष्ट्र व दिल्ली को छोड़ का अन्य सभी राज्यों की रिकवरी दर एक-दो फीसदी से ही आगे है. जो कभी भी पीछे हो सकते है. वास्तव में केवल महाराष्ट्र में रिकवरी दर 88.3% है, जो देश भर में दूसरे स्थान पर है. वहीं, दिल्ली में देश भर में सबसे अधिक 92.8% रिकवरी दर्ज वर्तमान में दर्ज की जा रही है.
पिछले 24 घंटे में 14131 कोरोना मरीज स्वस्थ हुए, जबकि 77 की मौत हो गयी. रिकवरी दर बढ़ कर 85.38% हो गयी है, जो 18 अप्रैल के बाद सबसे अधिक है. इसके कारण एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर 89,563 रह गयी है.
छह मई को एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़ कर सबसे अधिक एक लाख 15 हजार 151 हो गयी थी. लेकिन, सात मई को इसमें गिरावट शुरू हुई. इस तरह आठ दिनों में 25,588 एक्टिव मरीज कम हो गये.
Posted by Ashish Jha