पटना. पटना सहित पूरे प्रदेश में ब्लैक फंगस के बढ़ते मामले को देखते हुए अब प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में भी ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज शुरू करने की कवायद शुरू कर दी गयी है.
पीएमसीएच के चिकित्सा अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के निर्देश पर पीएमसीएच में 70 बेड का ब्लैक फंगस वार्ड बनाने का निर्णय लिया गया है.
इसमें 50 बेड इएनटी विभाग और 20 बेड नेत्र रोग विभाग से लिया गया है. इसके साथ ही डॉक्टरों की रोस्टर डयूटी बना दी गयी है. इसमें डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ सबको शामिल किया गया है. गुरुवार से मरीजों का इलाज शुरू कर दिया जायेगा.
20 बेड का सर्जिकल आइसीयू एक जून से होगा शुरू : करीब दो साल से बंद पड़े पीएमसीएच के सर्जिकल आइसीयू का कायाकल्प होने जा रहा है. डॉ ठाकुर ने बताया कि एक जून से 20 बेड का सर्जिकल आइसीयू भी शुरू करने का निर्णय लिया गया है. कुछ तकनीकी समस्याओं की वजह से इस वार्ड को शुरू नहीं किया गया था.
पटना जिले में लगातार ब्लैक फंगस के मरीज मिल रहे हैं. सोमवार को भी इस रोग के लक्षण वाले पांच नये मरीज मिले. दो मरीजों में केवल ब्लैक फंगस है. इस तरह के पहले से ही अस्पताल में 12 केस हैं.
इस प्रकार, आइजीआइएमएस में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या बढ़ कर 14 हो गयी है. इसके साथ ही तीन नये कोरोना संक्रमितों में ब्लैक फंगस का संक्रमण दिखा है. पहले से 52 कोरोना मरीजों में ब्लैक फंगस होने की शिकायत आ चुकी है.
इस प्रकार, 55 मरीज ऐसे हो गये हैं, जिन्हें कोरोना के साथ ही ब्लैक फंगस की भी शिकायत है. इस तरह से ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या 69 हो चुकी है.
Posted by Ashish Jha