पटना. कोरोना संक्रमण से रोजाना हो रही मौतों के कारण इन दिनों बांसघाट पर अंतिम संस्कार के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है. यहां दोनों विद्युत शवदाह की मशीनें लगातार चलने के बावजूद गुरुवार की रात 10 बजे लगभग 11 शव दाह संस्कार के लिए कतार में पड़े थे.
बांसघाट विद्युत शवदाह गृह की देखरेख कर रहे राजकुमार ने बताया कि दोनों मशीन लगातार चलायी जा रही है. एक शव के दाह संस्कार में लगभग एक घंटे का समय लगता है. मशीन के अत्यधिक गर्म होने पर उसे ठंडा होने के लिए दो से ढाई घंटे ब्रेकअप दिया जाता है. दूसरी मशीन के भी चालू होने से राहत मिली है.
इधर, कोरोना से गुरुवार को 10 मरीजों की और जान चली गयी. पीएमसीएच में कोरोना से छह मरीजों की मौत : पीएमसीएच में कोरोना से गुरुवार को छह मरीजों की मौत हो गयी. मरने वालों में चार ऐसे मरीज थे जो पहले किसी निजी अस्पताल में भर्ती थे लेकिन बाद में उनकी तबीयत बिगड़ने पर गुरुवार को ही पीएमसीएच लाये गये थे.
एनएमसीएच में कोरोना संक्रमित चार और मरीजों की मौत हो गयी. मरनेवालों में पटना हरला निवासी 65 वर्षीय महिला वासोपति वर्मा, बेगूसराय निवासी 32 वर्षीय मुनिता देवी, हनुमान नगर कंकड़बाग निवासी 86 वर्षीय इंद्रसेन प्रसाद व कंकड़बाग निवासी 65 वर्षीय प्रकाश कुमार शामिल हैं. अस्पताल के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह व एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ मुकुल कुमार सिंह ने बताया कि मृतक मरीज के परिजनों ने गंभीर स्थिति में आइसीयू में भर्ती कराया था. इस वर्ष कोरोना संक्रमित 31 मरीजों की मौत हो चुकी है.
एम्स में गुरुवार को पटना के सिंगोड़ी निवासी एक युवती की मौत कोरोना से हो गयी जबकि 27 नये कोरोना पॉजिटिव मरीजों को एडमिट किया गया है. इनमें सबसे ज्यादा पटना के पॉजिटिव मरीज हैं. एम्स कोरोना नोडल आॅफिसर डॉ संजीव कुमार के मुताबिक पटना एम्स में पटना के सिंगोड़ी निवासी 24 साल की युवती फरहत परवीन की मौत कोरोना से हो गयी है.
वहीं एम्स के आइसोलेशन वार्ड में 27 नये कोरोना पॉजिटिव मरीजों को भर्ती कर इलाज शुरू किया गया है. इसके अलावा एम्स में छह लोगों ने कोरोना को मात दे दी . वहीं गुरुवार शाम तक आइसोलेशन वार्ड में एडमिट कुल 145 मरीजों का इलाज चल रहा था.
दानापुर में कार्यरत लोकाे पायलट गुड्स मृत्युंजय कुमार की कोरोना से मौत हो गयी. पिछले कुछ दिनों से उनका इलाज चल रहा था. उनके निधन पर इसीआरकेयु पटना शाखा के सदस्यों ने शोक व्यक्त किया है.
Posted by Ashish Jha