Coronavirus in Bihar : होम आइसोलेशन में पुरानी बीमारी छिपाना पड़ रहा भारी, गंभीर हालत में अस्पताल पहुंच रहे हैं मरीज
पटना सहित पूरे बिहार में कोरोना का संक्रमण जिस तेजी से बढ़ रहा है, इसमें थोड़ी सी लापरवाही भारी पड़ सकती है. पटना जिले में संक्रमित 90 फीसदी से अधिक लोग होम आइसोलेशन में रह कर इलाज करा रहे हैं.
आनंद तिवारी, पटना. पटना सहित पूरे बिहार में कोरोना का संक्रमण जिस तेजी से बढ़ रहा है, इसमें थोड़ी सी लापरवाही भारी पड़ सकती है. पटना जिले में संक्रमित 90 फीसदी से अधिक लोग होम आइसोलेशन में रह कर इलाज करा रहे हैं. मगर, इनमें से कई लोग पुरानी बीमारी को छिपा ले रहे हैं. इससे उनकी स्थिति तीन से चार दिन बाद ही गंभीर हो जा रही है.
तबीयत बिगड़ने पर इन्हें ऑक्सीजन और वेंटिलेटर तक की जरूरत पड़ रही है. इसका खुलासा जिला प्रशासन की ओर से बने कोविड कंट्रोल रूम व शहर के अलग-अलग अस्पतालों में पहुंचे मरीजों को देखने के बाद हुआ है. दरअसल कंट्रोल रूम में मरीजों के घर वालों द्वारा फोन कर मदद मांगी जा रही है.
तबीयत खराब होने पर स्वास्थ्य विभाग पहुंचा रहा अस्पताल
कंट्रोल रूम में बीते एक सप्ताह के अंदर पांच से सात मरीजों के परिजन तबीयत खराब होने के बाद फोन किये हैं. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन की टीम के कर्मियों ने उन्हें एंबुलेंस के माध्यम से उनके नजदीकी अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया.
ऐसे मरीजों को टीम की ओर से शहर के एम्स, पीएमसीएच, एनएमसीएच, बिहटा इएसआइसी के अलावा प्राइवेट अस्पतालों में भी भर्ती कराया गया है.
होम आइसोलेशन में रहने वाले अब तक करीब 70 ऐसे मरीजों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से भर्ती कराया जा चुका है. स्वास्थ्य विभाग व डॉक्टरों ने बीमारी नहीं छिपाने की अपील की है.
Posted by Ashish Jha