पोस्ट कोविड से हुई मौत पर भी मिलेगा मुआवजा, बिहार में अब तक कोरोना से 9375 की गयी जान
राज्य में पोस्ट कोविड से हुई माैत पर भी मुआवजा दिया जायेगा. राज्य में कोरोना संक्रमितों के मौत के आंकड़े अब बढ़कर 9375 हो गये हैं. कोरोना की पहली लहर में प्रदेश में 31 मार्च, 2021 तक कोरोना के कारण करीब 1600 लोगों की मौत हुई, जबकि दूसरी लहर के दौरान अब तक कुल 7775 लोगों की मौत हो चुकी है.
पटना. राज्य में पोस्ट कोविड से हुई माैत पर भी मुआवजा दिया जायेगा. राज्य में कोरोना संक्रमितों के मौत के आंकड़े अब बढ़कर 9375 हो गये हैं. कोरोना की पहली लहर में प्रदेश में 31 मार्च, 2021 तक कोरोना के कारण करीब 1600 लोगों की मौत हुई, जबकि दूसरी लहर के दौरान अब तक कुल 7775 लोगों की मौत हो चुकी है.
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बुधवार को यह जानकारी दी. कोरोना के कारण होनेवाली मौत की फिर से जांच करायी गयी है, जिसमें पुराने आंकड़ों में 3951 नये मृतकों के नाम शामिल किये गये हैं. मौत के नये मामलों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा 18 मई को गठित मेडिकल कॉलेजों में प्राचार्य और जिलों सिविल सर्जनों की अध्यक्षता में गठित कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर जोड़ा गया है.
राज्य सरकार ने कोरोना से हुई मौत पर मुआवजे के लिए कुल 375 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है. अब तक राज्य में कोरोना से मरनेवाले 3737 लोगों के परिजनों के लिए मुआवजे की राशि जारी कर दी गयी है.
अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि राज्य सरकार की कोशिश है कि कोरोना से हुई मौत में कोई भी परिवार मिलनेवाली सहायता से वंचित नहीं रह जाये. इसको लेकर ही नये सिरे से कोरोना से हुई मौत की जांच करायी गयी थी. उन्होंने बताया कि किसी भी व्यक्ति की कोरोना पॉजिटिव होने के बाद मौत होती है तो उसको पोस्ट कोविड मौत मानकर सभी सहायता दी जायेगी.
उन्होंने बताया कि सामान्य रूप से प्रतिदिन कोरोना से होनेवाली मौत के आंकड़े एकत्र किये जा रहे हैं. इसके अनुसार सात जून तक राज्य में कुल 5424 लोगों की मौत के आंकड़े मिले थे. अब सिविल सर्जनों और मेडिकल कॉलेजों द्वारा नये सिरे से कोरोना से होनेवाली मौत की पड़ताल की गयी है. यह रिपोर्ट सरकार को प्राप्त हो चुकी है. अब राज्य में कोरोना से होनेवाली मौत का आंकड़ा 9375 हो चुका है.
प्रत्यय अमृत ने बताया कि इसके बाद भी अगर किसी व्यक्ति की मौत कोरोना से हुई है और उसकी सही रिपोर्ट मिलती है, तो उस परिवार को भी सरकार की ओर से मिलने वाले चार-चार लाख का मुआवजा दिया जायेगा.
उन्होंने बताया कि किसी व्यक्ति की आरटीपीसीआर और एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आती है और उसका एचआरसीटी की रिपोर्ट में कोरोना के लक्षण पाये जाते हैं, वैसे मरीजों की मौत को केंद्र सरकार द्वारा संदेहास्पद कोविड माना गया है. अगर केंद्र सरकार द्वारा वैसे मरीजों को कोरोना मरीज मान लिया जाता है, तो केंद्र के निर्देश पर सत्यापित कर उनके परिजनों को भी अनुग्रह अनुदान की राशि दी जायेगी.
तीन गुने तक बढ़ गये मौत के आंकड़े
जिला पहले संशोधित
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अररिया 78 105
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अरवल 67 72
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औरंगाबाद 39 67
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बांका 87 108
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बेगूसराय 138 454
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भागलपुर 270 304
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भोजपुर 105 154
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बक्सर 83 180
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दरभंगा 191 341
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पूर्वी चंपारण 131 422
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गया 188 275
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गोपालगंज 45 90
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जमुई 44 104
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जहानाबाद 67 107
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कैमूर 44 146
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कटिहार 50 92
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खगड़िया 45 83
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किशनगंज 34 64
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लखीसराय 43 101
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जिला पहले संशोधित
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मधेपुरा 89 107
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मधुबनी 154 316
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मुंगेर 153 153
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मुजफ्फरपुर 294 608
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नालंदा 240 462
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नवादा 108 174
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पटना 1223 2293
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पूर्णिया 70 171
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रोहतास 146 268
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सहरसा 40 130
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समस्तीपुर 109 145
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सारण 214 241
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शेखपुरा 39 72
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शिवहर 17 35
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सीतामढ़ी 86 118
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सीवान 156 159
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सुपौल 78 119
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वैशाली 131 183
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पश्चिम चंपारण 328 352
Posted by Ashish Jha