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पटना में बेदम हुआ कोरोना, ग्रामीण इलाकों के ज्यादातर अस्पतालों में एक भी मरीज नहीं

पटना में कोरोना संक्रमण के केस लगातार कम होते जा रहे हैं. इससे जिले के लोगों ने बड़ी राहत की सांस ली है. शहरी इलाकों की तुलना में ग्रामीण इलाकों में केस ज्यादा तेजी से कम हुए हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | May 31, 2021 8:39 AM

पटना . पटना में कोरोना संक्रमण के केस लगातार कम होते जा रहे हैं. इससे जिले के लोगों ने बड़ी राहत की सांस ली है. शहरी इलाकों की तुलना में ग्रामीण इलाकों में केस ज्यादा तेजी से कम हुए हैं.

इसका फायदा यह हुआ है कि ग्रामीण इलाकों में मौजूद अस्पतालों के ज्यादातर कोविड बेड खाली पड़े हैं. कई में तो एक भी मरीज नहीं हैं. वहीं, कई अन्य में 100 उपलब्ध बेड हैं, लेकिन दो से चार पर ही मरीज हैं.

अस्पताल कुल बेड खाली बेड

  • अनुमंडलीय अस्पताल मसौढ़ी 25 25

  • अनुमंडलीय अस्पताल बाढ़ 98 95

  • इएसआइसी, बिहटा 100 100

  • डाइट सेंटर मसौढ़ी 100 100

  • डाइट सेंटर बाढ़ 100 100

  • डाइट सेंटर विक्रम 100 99

  • कंगनघाट टूरिस्ट सेंटर 100 99

रविवार को राज्य स्वास्थ्य समिति की वेबसाइट से मिली सूचना के मुताबिक मसौढ़ी के अनुमंडलीय अस्पताल में 25 बेड में से सभी 25 खाली थे. सूचना के मुताबिक रविवार को अनुमंडलीय अस्पताल बाढ़ में 98 बेड हैं, जिसमें 95 बेड खाली थे और मात्र तीन पर मरीज थे.

इएसआइसी बिहटा के 100 बेड में से सभी 100 रविवार को खाली थे. डाइट सेंटर विक्रम में कोविड मरीजों के लिए 100 बेड हैं, यहां भी रविवार को 99 बेड खाली थे. डाइट सेंटर मसौढ़ी के 100 बेड में से सभी 100 बेड खाली थे.

डाइट सेंटर बाढ़ के भी सभी 100 बेड में से 100 बेड खाली थे किसी पर भी मरीज नहीं थे. पटना शहर से सटे कंगनघाट टूरिस्ट सेंटर में बनाये गये अस्पताल के 100 बेड में से 99 खाली थे. कुछ ऐसी ही स्थिति पटना शहर से दूर जिले के कई अन्य अस्पतालों की भी है.

कोरोना संक्रमितों की संख्या कम होने के बाद ग्रामीण इलाकों के गंभीर मरीज शहर के अस्पतालों का रूख कर रहे हैं. वहीं, हल्के लक्षणों वाले मरीज होम आइसोलेशन में रह कर ही ठीक हो रहे हैं.

Posted by Ashish Jha

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