पटना. पटना में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. जिले में संक्रमण का पता लगाने के लिए जांच की संख्या भी बढ़ायी गयी है. गुरुवार को जिले में 183 नये पॉजिटिव केस सामने आये हैं.
वहीं जिले में कुल 4265 लोगों की कोरोना जांच की गयी इसमें सबसे ज्यादा आरटीपीसीआर तरीके से जांच हुई. जिले के 2794 लोगों की आरटीपीसीआर विधि से कोरोना जांच की गयी. वहीं, 1461 लोगों की रैपिड एंटीजन और 10 की ट्रूनेट विधि से जांच हुई.
वहीं, गुरुवार को पीएमसीएच में पांच तो आइजीआइएमएस में चार डॉक्टर कोरोना संक्रमित हो गये. इसमें सीनियर डॉक्टर के अलावा सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर शामिल हैं. पीएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ विद्यापति चौधरी ने बताया कि गुरुवार को 1615 संदिग्ध लोगों का आरटीपीसीआर से जांच की गयी, जिसमें आठ मरीज पॉजिटिव पाये गये. इसके अलावा एंटीजन किट से भी कुल 15 मरीज पॉजिटिव पाये गये हैं.
संक्रमित मरीजों में पीएमसीएच के अलावा शहर के बोरिंग रोड, कंकड़बाग के अलावा बिहार के दूसरे जिले के भी मरीज शामिल हैं. वर्तमान में कोविड वार्ड में छह मरीज भर्ती हैं, जिनका इलाज डॉक्टरों की देखरेख में जारी है.
इधर, पटना एम्स में गुरुवार को कोरोना से एक व्यक्ति की मौत हो गयी, जबकि आठ की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी है. एम्स कोरोना नोडल ऑफिसर डॉ संजीव कुमार के मुताबिक पटना एम्स में भागलपुर के 38 वर्षीय पंकज कुमार की मौत हुई है. वहीं, एम्स के आइसोलेशन वार्ड में आठ की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी है.
इधर देशभर के साथ राजधानी पटना में भी गुरुवार को 45 साल से अधिक उम्र वाले सभी लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया. शहर के पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, एम्स समेत गार्डिनर रोड, राजवंशी नगर हड्डी अस्पताल, गर्दनीबाग आदि छोटे सरकारी अस्पतालों में लोगों की काफी भीड़ देखने को मिली.
मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में सबसे अधिक आइजीआइएमएस उसके बाद पीएमसीएच में वैक्सीन लगाया गया. गुरुवार को बिहार के शिक्षा मंत्री मंगल पांडे भी पत्नी सहित वैक्सीन लगवाने आइजीआइएमएस अस्पताल पहुंचे थे. आइजीआइएमएस में कुल 414 लोगों को टीका लगाया गया. इसमें 45 साल के उम्र वाले कुल 200 लोगों ने टीका लगाया. 197 फर्स्ट व बाकी तीन बीमार लोग शामिल हैं.
Posted by Ashish Jha