Coronavirus in Bihar : पटना एम्स में बेडों से अधिक हुए कोरोना मरीज, PMCH में भी बढ़ने लगी संख्या, जाने क्या है सरकार की तैयारी
पटना जिले में रविवार को कोरोना वायरस ने फिर अपना रिकॉर्ड तोड़ दिया है. जिले में 24 घंटे के भीतर 372 नये मामले सामने आये, जो अभी तक एक दिन में मिलने वाले सबसे अधिक मामले हैं.
पटना. पटना जिले में रविवार को कोरोना वायरस ने फिर अपना रिकॉर्ड तोड़ दिया है. जिले में 24 घंटे के भीतर 372 नये मामले सामने आये, जो अभी तक एक दिन में मिलने वाले सबसे अधिक मामले हैं. शनिवार को पटना में 359 मामले दर्ज किये गये थे. इससे जिले में एक्टिव संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1549 हो गयी है. जबकि अब तक 466 मरीजों की संक्रमण से मौत हो चुकी है.
रविवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह आंकड़ा जारी किया गया है. इसके साथ ही ठीक होने वाले मरीजों में थोड़ी गिरावट दर्ज की गयी है. अभी रिकवरी रेट भी 98.08 दर्ज की गयी है. कोरोना के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर से स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के सामने चिंता की लकीरें खींच दी हैं.
मार्च व अप्रैल के पहले सप्ताह से ही देश के कई राज्यों में कोरोना तेजी से फैल रहा है. इसमें पटना सहित पूरा बिहार भी शामिल हो गया है. प्रदेश के जिन जिलों में कोरोना का प्रकोप सबसे ज्यादा फैला है, उनमें पटना जिला पहले नंबर पर है. कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें राजधानी पटना में हुईं हैं.
मार्च से अब तक पीएमसीएच, एम्स व एनएमसीएच मिलाकर कोरोना संक्रमित करीब 20 से अधिक लोगों की मौत हुई है. इसके साथ ही कोविड-19 से मौत के मामले में पटना का आंकड़ा 1559 के आंकड़े के साथ राज्य में शीर्ष पर पहुंच गया है.
एम्स : 80 बेडों की ही व्यवस्था है भर्ती हो गये 95 कोविड मरीज
अगर आप कोरोना मरीजों को इलाज के लिए एम्स पटना जाना चाहते हैं तो पहले जान लीजिए एम्स में कोविड 19 वार्ड के कुल 80 बेड फुल हो चुके हैं. उसके अलावा रविवार शाम तक 95 मरीजों को एडमिट किया जा चुका था जिन्हें नर्सिंग वार्ड में शिफ्ट कर उसे भी कोविड वार्ड बनाया गया है. राजधानी पटना पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण का हॉटस्पॉट बन गया है.
पटना एम्स सहित अधिकांश अस्पतालों में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण बेड कम पड़ने लगे हैं. एम्स में सीट से ज्यादा मरीज के आने के कारण वहां अब अपना इलाज करवाने आने वाले लोगों मोबाइल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा. एम्स पटना में कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए बेड बढ़ाने का काम चल रहा है. इसे लेकर एम्स में अन्य मरीजों में मात्र 50 मरीजों को हो ओपीडी में देखा जा रहा है.
वहीं पटना एम्स के अधीक्षक डॉ सीएम सिंह ने कहा कि हर रोज एम्स के प्रत्येक विभाग में 50 मरीजों को ही देखा जायेगा. इसको लेकर भी अप्वॉइंमेंट लेना जरूरी होगा. अप्वॉइंमेंट के लिए एम्स की ओर से मोबाइल और टेलीफोन नंबर भी आज जारी कर दिया गया है. 9470702184/9430008970/ 9430008936/ 8470704435/06122451070 इन नंबरों पर रजिस्ट्रेशन के माध्यम से अप्वॉइंमेंट लेकर ही पटना एम्स इलाज के लिए आना पड़ेगा.
पीएमसीएच में आज से 100 बेडों का कोविड वार्ड
पीएमसीएच में सोमवार से 100 बेडों का कोविड वार्ड काम करने लगेगा. यानी जरूरत पड़ने पर यहां अब 100 कोविड मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा सकता है. यहां 100 बेडों का वार्ड तो पूर्व में ही बनाया गया था, लेकिन अभी इसके 36 बेड ही कार्यरत थे. यहां इसके अतिरिक्त 18 बेड पर वेंटिलेटर की भी सुविधाएं हैं.
रविवार को पटना डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने पीएमसीएच के कोविड यूनिट का निरीक्षण किया. उन्होंने पीएमसीएच के अधिकारियों को तुरंत इसे बढ़ाने और यहां सभी जरूरी सुविधाओं को बहाल करने का निर्देश दिया है. पीएमसीएच में कोविड के मरीजों का नि:शुल्क इलाज होता है.
इसी प्रकार से एनएमसीएच में 100 बेडों की क्षमता है, जहां अभी 13 कोरोना के पॉजिटिव मरीज एडमिट हैं. यहां पर 87 बेड अभी भी खाली हैं, इसके अलावा पटना के पाटलिपुत्र अशोक आइसोलेशन सेंटर में कुल 160 बेड की क्षमता है.
Posted by Ashish Jha