पटना. कोरोना संक्रमण फैलने का एक मुख्य कारण बिना लक्षण वाले संक्रमित मरीज हैं. ये दूसरों में कोरोना संक्रमण फैलाने की क्षमता रखते हैं. ये बातें बुधवार को विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर शहर के प्रसिद्ध फिजिशियन डॉ दिवाकर तेजस्वी ने कही.
वे पब्लिक अवेयरनेस फाॅर हेल्थफुल एपरोच फॉर लिविंग या पहल संस्था की ओर से आयोजित स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम में बोल रहे थे. उन्होंने बताया कि लगातार खांसी का आना, बुखार एवं थकान, गंध और स्वाद का पता नहीं चलना, सांस लेने में मुश्किल होना, पतला दस्त होना, पेट दर्द होना, मांसपेशियों में दर्द, अत्यधिक कमजोरी कोरोना संक्रमण का लक्षण है.
लक्षण दिखने पर तुरंत जांच करवानी चाहिए. अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए पौष्टिक भोजन और व्यायाम करना चाहिए.
पटना एम्स में बुधवार को एक भी व्यक्ति की कोरोना से मौत का मामले सामने नहीं आया है जबकि 9 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को एडमिट किया गया है. इसके अलावा इनमें पटना एम्स में कुल 116 मरीजों की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी है.
इनमें एम्स के चार रेजिडेंट डॉक्टर्स व चार नर्स भी कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. एक साथ एम्स के आठ आठ लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गये हैं जिससे एम्स प्रशासन भी चिंतित है. वहीं एम्स कोरोना नोडल आॅफिसर डॉ संजीव कुमार के मुताबिक बुधवार को एम्स के आइसोलेशन वार्ड में 9 नये कोरोना पॉजिटिव मरीजों को एडमिट किया गया है. इसके अलावा एम्स में तीन लोगों ने कोरोना को मात दे दी जिन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया.
Posted by Ashish Jha