पटना. जिस प्रकार से कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उससे लगता है कि आने वाले दिनों में शहर के आइजीआइएमएस, एम्स व पीएमसीएच, बिहटा इएसआइसी के सामान्य व ऑक्सीजन कोविड वार्ड भी कम पड़ जायेंगे. क्योंकि जिले में जिस तरह से स्वास्थ्य विभाग तेजी से बेड बढ़ा रहा है, उसी तरह मरीजों की भर्ती होने की संख्या भी बढ़ रही है.
आइजीआइएमएस व पीएमसीएच के आइसीयू लगभग फुल चुके हैं. जानकार आइजीआइएमएस के आइसीयू में बेड की संख्या बढ़ाने का सुझाव दे रहे हैं, ताकि गंभीर मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा सके.
जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ ही कई मरीजों का ऑक्सीजन लेवल भी घट रहा है. ऐसे में जिन मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत हो रही है, वह सीधे शहर के पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, एनएमसीएच, एम्स, राजेंद्र नगर सुपरस्पेशलिटी के अलावा अन्य प्राइवेट अस्पतालों की ओर रुख कर रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार ऑक्सीजन व आइसीयू में बेड बढ़ाने का प्रयास कर रहा है.
रोजाना औसतन 2500 से 3000 मरीज पटना जिले में मिल रहे हैं. इनमें 40 प्रतिशत मरीज शहर तो 55 से 60 प्रतिशत मरीज ग्रामीण इलाकों के हैं.रोजाना करीब 400 से 500 मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है. इसके अलावा करीब 200 से अधिक मरीजों को आइसीयू की जरूरत होती है.
वहीं, जानकारों का कहना है कि वर्तमान में जो सुविधा है, वह पटना समेत एक से दो जिले के मरीजों के लिए पर्याप्त है. लेकिन बिहार के बाकी जिलों के गंभीर मरीज भी रेफर होकर पटना आ रहे हैं, ऐसे में खाली बेड तुरंत भर जा रहे हैं.
पटना सहित देश में कोरोना की दूसरी लहर ने कोहराम मचा रखा है. हालात यह हैं कि पिछले 20 दिन से लगातार 25 से 3 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं जबकि एक दिन तो पटना जिले में कोरोना का ये आंकड़ा 3600 के भी पार कर चुका था.
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच रविवार को थोड़ी राहत दिखायी दी. जिले में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1646 नये मरीज सामने आये़ नये मरीजों में इस बार भी कंकडबाग टॉप पर रहा है, जहां तकरीब 150 मामले दर्ज किये गये हैं.
इसके अलावा शास्त्रीनगर, राजाबाजार, आगमकुआं, दानापुर, संपतचक, दीघा, फुलशरीफर एरिया में सबसे अधिक मरीज मिले हैं. इसके अलावा दानापुर, बिहटा, मनेर, दनियावा, मोकामा, बाढ, पालीगंज आदि ग्रामीण इलाकों में भी काफी संख्या में मरीज मिले हैं.
रविवार को करीब 638 से अधिक कोविड के मरीजों ने कोरोना को मात दी है़ वहीं जानकारों का कहना है कि अगर सही तरीके से लॉकडाउवन व कोविड नियमों का पालन किया जाये तो संक्रमितों की संख्या काफी कम हो जायेगी़
सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने कहा कि कोरोना मरीजों को घबराने की जरूरत नहीं है. कोविड अस्पताल में बेड बढ़ाये जा रहे हैं. आइसीयू में भी बेड की संख्या बढ़ायी जा रही है. बिहटा इएसआइसी, राजेंद्र नगर सुपर स्पेशियलिटी के अलावा एनएमसीएच आइजीआइएमएस में भी ऑक्सीजन युक्त बेड की संख्या बढ़ा दी गयी है. आगे भी बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है. वहीं, जिन मरीजों को इलाज की जरूरत है उन्हें भर्ती जरूर किया जायेगा.
Posted by Ashish Jha