बिहार में कोरोना डाटा में कहां से हुई गडबड़ी, स्वास्थ्य विभाग ने बताया सच, तेजस्वी यादव ने साधा निशाना
coronavirus in bihar: बिहार में कोरोना से मौत के डेटा पर भारी विवाद शुरू हो गया. दरअसल, मंगलवार तक स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से करीब 5400 लोगों को मृत बताया, लेकिन अगले दिन विभाग की ओर से जारी डेटा में यह संख्या बढ़कर करीब 9000 पर पहुंच गयी, जिसके बाद विवाद शुरू हो गया.
बिहार में कोरोना से मौत के डेटा पर भारी विवाद शुरू हो गया. दरअसल, मंगलवार तक स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से करीब 5400 लोगों को मृत बताया, लेकिन अगले दिन विभाग की ओर से जारी डेटा में यह संख्या बढ़कर करीब 9000 पर पहुंच गयी, जिसके बाद विवाद शुरू हो गया.
कोरोना से डेथ पर विवाद होने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बड़ा बयान दिया है. मीडिया से बात करते हुए प्रत्यय अमृत ने कहा कि डेटा में हेर-फेर किया गया है. जिलास्तर से रिपोर्ट सही नहीं मिला, जिसके वजह से यह सब हुआ है. जल्द ही इसपर जांच कराकर दोषी अधिकारियों को दंडित किया जाएगा.
क्या है मामला- बता दें कि बिहार सरकार की ओर से जारी डेटा में मंगलवार को बताया गया कि बिहार में कोरोना से लगभग 5400 लोगों की मौत हुई है, जबक अगले दिन स्वास्थ्य विभाग ने डेटा जारी कर बताया कि अब तक बिहार में कोरोना से करीब 9300 लोगों की मौत हो चुकी है. डेटा सामने आने के बाद हड़कंप मच गया.
इधर, मामला सामने आने के बाद राजद ने बिहार सरकार पर निशाना साधा है. राजद नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा, ‘नीतीश जी, इतनी झूठ मत बोलिए और बुलवाइए कि उसके बोझ तले दबने के बाद कभी उठ ना पाएं. जब फँसे तो एकदम से एक दिन में 4000 मौतों की संख्या बढ़ा दी. नीतीश सरकार मौतों का जो आँकड़ा बता रही है उससे 20 गुणा अधिक मौतें हुई है. नीतीश सरकार ही फ़र्जी है तो आँकड़े भी तो फ़र्जी होंगे.’
Posted By : Avinish Kumar Mishra