राजदेव पांडेय, पटना. बिहार में कोविड मरीजों की डेथ रेट कई बड़े और छोटे राज्यों की तुलना में काफी कम है़ हालांकि, यह बात और है कि राज्य के लोगों ने इस महाआपदा में काफी संख्या में अपनों को खोया है. 24 मई की सुबह तक बिहार की डेथ रेट 0.66 फीसदी रही. देश के बड़े राज्यों में सिर्फ ओड़िशा, आंध्र प्रदेश ही ऐसे हैं, जो बिहार की तुलना में मृत्युदर नियंत्रित करने में कामयाब रहे हैं. महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में तो डेथ रेट अधिक है ही, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड और लद्दाख जैसे छोटे राज्यों से भी कम मृत्यु दर बिहार में है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार से कम डेथ रेट वाले राज्यों में आंध्रप्रदेश जहां मृत्यु दर 0.64 फीसदी है, तेलंगाना (0.56 फीसदी), अरुणाचल प्रदेश (0.41 फीसदी), ओड़िशा और लक्षदीप (0.36 फीसदी), मिजोरम (0.32), केरल (0.31) और दादर नगर हवेली है जहां मृत्यु दर सिर्फ 0.04 फीसदी है़
मौतें (आंकड़ा % में)
छत्तीसगढ़ 1.33
मध्यप्रदेश 0.99
हरियाणा 1.02
पंजाब 2.46
महाराष्ट्र 1.59
कर्नाटक 1.04
असम 0.74
छत्तीसगढ़ 1.33
तामिलनाडू 1.11
राजस्थान 0.84
गुजरात 1.21
उत्तराखंड 1.89
मणिपुर 1.56
मेघालय 1.55
नागालैंड 1.42
लद्दाख 1.02
जम्मू-कश्मीर 1.32
हिमाचल प्रदेश 1.54
गोवा 1.63
पांडिचेरी 1.41
चंडीगढ़ 1.20
त्रिपुरा 01
पटना जिले के 23 में से 18 प्रखंडों में कोरोना के एक्टिव केस 100 से कम हो गये हैं. इसके अलावे पटना सदर में, जहां एक्टिव केस का आंकड़ा 12 हजार पहुंच गया था, वहां अब मात्र 3898 केस रह गये हैं. फुलवारीशरीफ, संपतचक, दानापुर व बाढ़ प्रखंड में भी कोरोना के एक्टिव केस कम हुए हैं, लेकिन अब भी ये प्रखंड रेड जोन में हैं.
पांच प्रखंडों में अभी 150 से अधिक एक्टिव केस हैं. इसमें बाढ़ प्रखंड में तेजी से मरीज घट रहे हैं. संभावना है कि एक-दो दिनों में यहां भी एक्टिव केस 100 से नीचे हो जायेंगे. हाल के एक सप्ताह में काफी तेजी से एक्टिव केसों की संख्या में कमी आयी है. हर प्रखंड में आधे से अधिक कोरोना के एक्टिव केस कम हो गये.
जिले में अभी एक्टिव केसों की संख्या 5531 है. जबकि 17 मई को जिले में संख्या 9925 थी. कई दिनों से दनियावां प्रखंड में जिले के सबसे कम एक्टिव केस थे, वहीं अब उसका स्थान घोसवरी प्रखंड ने ले लिया है. छह प्रखंड ऐसे हैं, जहां 20 से कम एक्टिव केस है़ इसी प्रकार, 16 प्रखंडों में 50 से कम एक्टिव केस हैं. यहां कोरोना संक्रमण की स्थिति एक तरह से पूरी तरह नियंत्रण में आ चुकी है.
Posted by Ashish Jha