पटना. देशभर में तेजी से फैल रहे डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर पटना में भी अलर्ट जारी किया गया है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि डेल्टा प्लस वैरिएंट चिंता का विषय है. यह तेजी से नुकसान पहुंचा रहा है. लेकिन इसकी पहचान होते ही बीमारी का निदान किया जा रहा है.
पटना की सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि जिन प्रदेशों में डेल्टा प्लस का केस आया, वहां की रिपोर्ट में बताया गया है कि इस वायरस से भी फेफड़ा की कोशिकाएं क्षतग्रिस्त हो रही हैं.
सबसे अधिक महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और केरल राज्य के कुछ जिलों में डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले पाये गये हैं. उन्होंने कहा कि इसकी रोकथाम के लिए विशेष कदम उठाने की बात कही गयी है. इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती है.
सिविल सर्जन ने बताया कि विशेष रूप से सात राज्य जैसे महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल, मध्य प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश से पटना आने वाले यात्रियों का कोविड-19 के लिए जिला निगरानी इकाइयों द्वारा परीक्षण अनिवार्य रूप से किया जायेगा.
इस दौरान अगर कोई व्यक्ति पॉजिटिव मिलता है तो उसे कोविड केयर सेंटर में रखा जायेगा. कोरोना के नये वेरिएंट के खतरे को रोकने के लिए शहर के एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंड और हाइवे आदि जगहों पर लगी सर्वे टीमों को अलर्ट कर दिया गया है.
टीम को निर्देश दिया गया है कि अगर प्रभावित राज्यों से आने वाला कोई पॉजिटिव मिलता है तो उसके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जायें.
Posted by Ashish Jha