बिहार में उत्साहजनक रिकवरी रेट के बाद भी मौत में कमी नहीं, 30 अप्रैल से 12 मई तक हो चुकी है 1779 की मौत

प्रदेश में कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की उत्साहजनक रफ्तार और संख्या के बाद भी प्रदेश में कोरोना से मौत का आंकड़ा कम नहीं हो रहा है. दरअसल, पहले से गंभीर रोग झेल रहे संक्रमितों के लिए कोरोना घातक साबित हो रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 22, 2021 8:15 AM

राजदेव पांडेय, पटना. प्रदेश में कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की उत्साहजनक रफ्तार और संख्या के बाद भी प्रदेश में कोरोना से मौत का आंकड़ा कम नहीं हो रहा है. दरअसल, पहले से गंभीर रोग झेल रहे संक्रमितों के लिए कोरोना घातक साबित हो रहा है. यही वजह है कि गंभीर मरीजों की रिकवरी चुनौती बनी हुई है.

हालांकि, गंभीर कोरोना मरीजों को बचाने की सफलता दर भी 90% से अधिक बतायी जा रही है. राहत की बात यह है कि प्रदेश के बड़े अस्पतालों में जीवनरक्षक चिकित्सीय सुविधाएं तेजी से बढ़ी हैं, जिसके सकारात्मक परिणाम आने लगे हैं.

आधिकारिक जानकारी के मुताबिक प्रदेश के रिकवरी रेट में पिछले 21 दिनों में करीब 15 फीसदी की उत्साहजनक बढ़ोतरी हो चुकी है. कोरोना की दूसरी लहर में प्रदेश का रिकवरी रेट अधिकतम 98% से घटते हुए 30 अप्रैल तक 77.5% पर आ गया था. लेकिन, इसके बाद इसमें बढ़ोतरी शुरू हुई. 21 मई को रिकवरी रेट 92.12% तक पहुंच चुका है.

18 मई को सर्वाधिक मौतें

स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक चार मई को प्रदेश में कोरोना से 105 मौतें दर्ज हुई थीं. इसके बाद यह आंकड़ा 18 मई तक 100 से नीचे ही रहा.

उतार-चढ़ाव के बाद रोजाना औसतन 85 कोरोना मरीजों की मौत हुई. चिंताजनक तथ्य यह है कि 18, 19 और 20 मई को मृतकों की संख्या क्रमश: 111, 104, 98 तक पहुंच गयी. 30 अप्रैल से 21 मई तक 1779 कोरोना मरीजों की मौत हुई है, जो कोरोना से अब तक हुई 4339 मौतों का 41% है.

इस महीने कोरोना से हुईं मौतें व रिकवरी रेट

तारीख मौत रिकवरी रेट

  • 21 मई 98 92.12%

  • 20 मई 98 91.32%

  • 19 मई 104 90.64%

  • 18 मई 111 89.65%

  • 17 मई 96 88.81%

  • 16 मई 89 87.89%

  • 15 मई 73 86.63%

  • 14 मई 77 85.38%

  • 13 मई 90 84.15%

  • 12 मई 74 83.43%

  • 11 मई 72 82.77%

  • 10 मई 75 81.97%

  • 09 मई 67 80.71%

  • 08 मई 76 79.97%

  • 07 मई 62 79.16%

  • 06 मई 90 78.65%

  • 05 मई 61 78.38%

  • 04 मई 105 78.36%

  • 03 मई 82 78.28%

  • 02 मई 97 77.36%

  • 01 मई 82 77.10%

Posted by Ashish Jha

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