पटना. पटना जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण की तीसरे लहर को लेकर स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने की कवायद शुरू कर दी है़ इसके तहत ग्रामीण इलाकों के सरकारी अस्पतालों की जर्जर स्थिति को ठीक किया जायेगा़ इसके साथ ही इन अस्पतालों में आइसीयू बेड, वेंटिलेटर, एंबुलेंस, दवा आदि की समुचित व्यवस्था की जायेगी, ताकि कोरोना संक्रमण की स्थिति में ग्रामीण इलाके के लोगों को उनके ही नजदीकी अस्पताल में इलाज कराया जा सके़
इससे एक फायदा यह भी होगा कि जिले के प्रमुख अस्पताल पीएमसीएच, एनएमसीएच, आइजीआइएमएस व एम्स में भीड़ नहीं लगेगी और बेड की कमी नहीं होगी़ इसके लिए जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने बुधवार को जिले के तमाम प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी व प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की और उन्हें 24 घंटे के अंदर अस्पतालों की अभी की स्थिति पर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है़
इसके साथ ही रिपोर्ट में इस बात का जिक्र करने को भी कहा है कि किन अनुमंडल व प्रखंड अस्पतालों में किस-किस सामान की आवश्यकता है़ इसके साथ ही कितने कर्मियों की आवश्यकता है, इसकी भी जानकारी मांगी है. इन पदाधिकारियों से मिली रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी़
जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि जिले के पास जो भी मद में राशि है, उससे अस्पतालों में आवश्यकता के अनुसार उपकरणों की व्यवस्था की जायेगी़ इसके साथ ही इलाज को लेकर संबंधित कर्मियों का प्रशिक्षण भी कराया जायेगा़ इसके लिए सभी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी व प्रखंड विकास पदाधिकारी से अस्पतालों की स्थिति पर रिपोर्ट मांगी गयी है.
पटना जिला को विकास कार्यों को लेकर कई तरह के फंड से सरकार द्वारा राशि दी जाती है़ इसके अलावे एमपी व विधायक का फंड भी है़ जिले के पास अभी 15 वीं वित्त की कुछ राशि है़ इसमें प्रावधान है कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी इस राशि का उपयोग किया जा सकता है.
त्रिस्तरीय पंचायती राज के प्रतिनिधियों के से आकलन करके उस मद में मिले राशि का उपयोग करने की भी योजना है़ इसके अलावे मुख्यमंत्री विकास योजना के तहत विधायकों व सांसद से बात करके राशि को खर्च किया जायेगा़
Posted by Ashish Jha