Coronavirus in Bihar : 24 घंटे में कोरोना से चार की मौत, पटना में एमबीबीएस स्टूडेंट, डॉक्टर समेत 372 नये संक्रमित
पटना जिले में भी कोरोना का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. पिछले 24 घंटे में कोरोना से चार मरीजों की मौत हो गयी. वहीं, रिकॉर्ड 372 नये मामले सामने आये हैं. रविवार को पटना एम्स में तीन और पीएमसीएच में एक मरीज की मौत कोरोना से हो गयी है.
पटना. पटना जिले में भी कोरोना का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. पिछले 24 घंटे में कोरोना से चार मरीजों की मौत हो गयी. वहीं, रिकॉर्ड 372 नये मामले सामने आये हैं. रविवार को पटना एम्स में तीन और पीएमसीएच में एक मरीज की मौत कोरोना से हो गयी है.
एम्स कोरोना नोडल आॅफिसर डॉ संजीव कुमार के मुताबिक पटना एम्स में शाहपुर के 65 वर्षीय सुरेंद्र प्रसाद, पश्चिम चंपारण के 72 वर्षीय त्रिलोक चंद्र जबकि दीघा की 43 वर्षीया निवेदिता वर्मा की मौत हो गयी. इसके अलावा एम्स में आठ लोगों ने कोरोना को मात दे दी जिन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया.
इधर, पीएमसीएच में कोरोना से भागलपुर के रहने वाले 44 वर्षीय मरीज उमा शंकर गुप्ता की जान चली गयी. वे करीब एक सप्ताह से पीएमसीएच कोविड वार्ड में इलाजरत थे. वहीं, पीएमसीएच की लैब में हुई कोरोना जांच में 52 नये पॉजिटिव मरीज सामने आये हैं. इनमें से 20 पीएमसीएच के मरीज हैं. साथ ही इसमें तीन डॉक्टर भी शामिल हैं. पॉजिटिव मरीजों में 13 पटना के बोरिंग रोड, महेंद्रू, आरएमएस कॉलोनी, फुलवारी शरीफ, कंकड़बाग आदि इलाकों के हैं.
इएनटी के पीजी व एमबीबीएस स्टूडेंट, डॉक्टर संक्रमित
नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल इएनटी के पीजी स्टूडेंट व एक एमबीबीएस स्टूडेंट के साथ स्कीन विभाग के एक डॉक्टर भी संक्रमित मिले हैं. कॉलेज प्राचार्य डॉ हीरा लाल महतो ने बताया कि देर रात आयी जांच रिपोर्ट में इसकी जानकारी मिली है. संक्रमित डॉक्टर होम क्वारेंटिन में है.
अस्पताल के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि इनएटी के संक्रमित स्टूडेंट को अस्पताल में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है. जबकि, दूसरे स्टूडेंट को भर्ती करने की प्रक्रिया अपनायी जा रही है. दूसरी ओर स्कीन विभाग में डॉक्टर व गायनी विभाग में नर्स के संक्रमित होने के बाद वहां के चिकित्सकों व कर्मियों की जांच करायी जा रही है.
इसी क्रम में स्कीन विभाग के एक और डॉक्टर संक्रमित मिले हैं. दूसरी ओर श्री गुरु गोबिंद सिंह अस्पताल की ओर से आधा दर्जन क्षेत्र में मिनी कंटेमेंट जोन बनाकर जांच करायी जा रही है. बताते चले कि इससे पहले पिछले सप्ताह में शिशु रोग विभाग में चार डॉक्टर व दो नर्स, पैथोलॉजी विभाग में एक डॉक्टर संक्रमित हुए थे.
Posted by Ashish Jha