पटना. कोरोना से बचाव को एहतियात बरतते हुए सरकार ने केंद्र सरकार को एक पत्र लिखा है. अनुरोध किया है कि बिहार आने वाली ट्रेन जिस स्टेशन से खुलती हैं वहीं पर यात्रियों की जांच कराने की व्यवस्था की जाये.
सरकार का मानना है कि ट्रेन जहां से खुलती है अधिकांश यात्री वहीं से चढ़ते हैं. ऐसे में शुरुआती स्टेशन पर यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग हो जायेगी तो संक्रमित या संदिग्ध को चिह्नित कर आइसोलेट किया जा सकेगा. हालांकि सरकार ने राज्य में भी रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर थर्मल स्कैनिंग- जांच आदि के इंतजाम कर दिये हैं. एयरपोर्ट पर कोरोना जांच अनिवार्य है. पॉजिटिव यात्री को आइसोलेशन सेंटर भेज दिया जायेगा.
गुरुवार को मुंबई से आया एक युवक कोरोना पॉजिटिव मिला है. युवक सीवान जिले का रहने वाला है. वह मुंबई से आने वाली ट्रेन से उतर व मीठापुर बस स्टैंड बस पकड़ने के लिए पहुंचा, जहां जांच में पॉजिटिव पाया गया. इसके बाद उसे होटल अशोका के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया.
वह मुंबई में एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है. डॉक्टरों की मानें, तो मार्च में मुंबई से लौटने वाला यह पहला मरीज है, जिसमें कोरोना के लक्षण मिले हैं. युवक होली की छुट्टी में अपने घर आ रहा था. इधर, कोरोना जांच में जैसे ही यात्री पॉजिटिव मिला बस स्टैंड में हड़कंप मच गया. आसपास में खड़े अन्य यात्री दूरी बनाते हुए वहां से निकल गये.
सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि पॉजिटिव पाये जाने वाले को आइसोलेट किया गया है. वहीं, मीठापुर बस स्टैंड में जांच के लिए बनाये गये हेल्प डेस्क पर खासकर दिल्ली, मुंबई, गुजरात, छत्तीसगढ़ आदि संवेदनशील राज्यों से आने वाले यात्रियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. बिना जांच के किसी को भी स्टेशन से बाहर जाने नहीं दिया जा रहा है.
Posted by Ashish Jha