पटना. राज्य में कोरोना महामारी के तीसरी लहर से मुकाबला के लिए सरकारी अस्पतालों की क्षमता को ही अधिक मजबूत किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा डिस्ट्रिक्ट कोविड हेल्थ सेंटर (डीसीएचसी) और डेडिकेटेड हेल्थ सेंटरों में सभी उपकरणों के साथ ऑक्सीजन आपूर्ति की सुदृढ़ व्यवस्था की जा रही है. विभाग द्वारा दो स्तर पर बनाये गये कोविड अस्पतालों के हर बेड पर पाइप लाइन से ऑक्सीजन की सप्लाइ की जायेगी.
इधर बीएसएमआइसीएल द्वारा अस्थायी रूप से 100 बेड, 200 बेड और 500 बेड के कोविड केयर सेंटर बनाने के लिए एजेंसियों से अभिरुचि आमंत्रित की गयी थी. इसके लिए एक भी बेहतर एजेंसियों ने रुचि नहीं दिखायी. अब विभाग अपने स्तर से सरकारी अस्पतालों को अधिक सुविधाएं देने के लिए काम कर रहा है.
राज्य के 94 डिस्ट्रिक्ट कोविड हेल्थ सेंटरों पर कुल 6516 बेड लगाये गये हैं. साथ ही इन सेंटरों पर 95 आइसीयू बेड भी लगाये गये हैं. इसी प्रकार से राज्य में कुल 12 डेडिकेटेड हॉस्पिटल की स्थापना की गयी है जहां पर कुल 2266 बेड लगाये गये हैं. इन डेडिकेटेड हॉस्पिटलों में 502 आइसीयू बनाये गये हैं.
पहले चरण में सभी 12 कोविड हॉस्पिटलों में ऑक्सीजन प्लांट लगाकर पाइप लाइन से ऑक्सीजन की आपूर्ति आरंभ की जा रही है. साथ ही राज्य के 94 डिस्ट्रिक्ट कोविड हेल्थ सेंटरों में भी पाइप लाइन के माध्यम से ऑक्सीजन की आपूर्ति का कार्य आरंभ कर दिया गया है.
जिले के 90 प्राइवेट अस्पतालों को किया जायेगा शामिल : तीसरी लहर को देखते हुए शहर के प्राइवेट अस्पतालों को भी अलर्ट कर दिया गया है. सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि पीएचसी के अलावा जिले के 90 प्राइवेट अस्पतालों की सूची बनायी गयी है. इनको सूचीबद्ध कर उपलब्ध संसाधनों का भी आकलन किया जा रहा है.
वहीं, पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने बताया कि वार्डों में ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछाने का काम किया जा रहा है. सभी बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा दी जायेगी. वहीं पेडियाट्रिक वार्ड में 100 नॉर्मल बेड, 40 से 50 ऑक्सीजन बेड भी तैयार किये जा रहे हैं.
कोरोना दूसरी लहर में सैकड़ों लोगों की मौतों और संक्रमितों की संख्या को देखते हुए अब तीसरी लहर से निबटने को पटना एम्स पूरी तरह तैयार है. पटना एम्स के डीन डॉ उमेश भदानी ने बताया कि पहली लहर में फ्रंट लाइन कोरोना वाॅरियर्स और बुजुर्गों को कोरोना ने ज्यादा शिकार बनाया था उसी तरफ दूसरी लहर में युवा वर्ग ज्यादा चपेट में आये. उन्होंने कहा कि जो लोग वैक्सीनेशन नहीं कराएं हैं और जो बीमार नहीं हुए हैं ऐसे लोग तीसरी लहर में चपेट में आ सकते हैं.
बच्चों में यह विशेष सुरक्षा कवच प्राकृतिक होता है. बहरहाल पटना एम्स कोरोना की तीसरी लहर से निबटने के लिए हर तरह से तैयार है. हमारे पास एक हजार ऑक्सीजन बेड है. जिनमें साठ वेंटिलेटर, चार सौ कोविड बेड शामिल हैं. इसके अलावा फंगस मरीजों के इलाज की पर्याप्त व्यवस्था भी एम्स में है.
यहां रोजाना करीब दो फंगस पीड़ित मरीजों का ऑपरेशन भी हो रहा है. उन्होंने बताया कि ऐसा देखा गया है कि मजदूर और किसान वर्ग को कोरोना संक्रमण अधिक प्रभावित नहीं कर पाया. एम्स में पीकू नीकु वार्ड सहित हर उम्र के मरीजों के कोरोना संक्रमण के इलाज की पूरी मुकम्मल तैयारी है.
Posted by Ashish Jha