Coronavirus in Bihar : सार्वजनिक स्थलों पर नहीं खेल पायेंगे होली, बाहर से आनेवाले यात्रियों की होगी रैंडम जांच
इस साल राज्य के सार्वजनिक स्थलों पर होली मिलन समारोह पर रोक रहेगी. दूसरे राज्यों में कोरोना के नये मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया.
पटना. इस साल राज्य के सार्वजनिक स्थलों पर होली मिलन समारोह पर रोक रहेगी. दूसरे राज्यों में कोरोना के नये मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. हालांंकि होली पर्व पर किसी तरह की रोक नहीं है, बल्कि लोगों को अपने घरों में ही रंगों के त्योहार को मनाने की अपील की गयी है. सरकार ने आम लोगों से अपील की है कि वे होली पर कोरोना के नियमों का पालन करें.
बैठक में यह निर्णय भी लिया है कि केरल, पंजाब और महाराष्ट्र से आने वाले लोगों को अपनी कोरोना जांच रिपोर्ट दिखानी होगी. यह व्यवस्था एयरपोर्ट के साथ ही रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर भी लागू रहेगी. जिसके पास कोरोना जांच रिपोर्ट नहीं होगी, उसका कोरोना टेस्ट किया जायेगा. यदि जांच में संबंधित यात्री पॉजिटिव पाये गये, तो उनको होम आइसोलेशन में रहना होगा. बड़ी संख्या में जांच की संभावना को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग को आरटीपीसीआर के साथ एंटीजन टेस्ट किट की व्यवस्था करने के निर्देश दिया गया है.
बैठक के माध्यम से मुख्य सचिव ने सभी डीएम को निर्देश दिया है कि वे अपने जिले में कोविड केयर सेंटरों का मुआयना कर उसकी स्थिति का आकलन कर लें . आवश्यक हुआ तो केयर सेंटरों को दोबारा सक्रिय करें और पर्याप्त संख्या में वेंटिलेटर समेत अन्य सुविधाओं की व्यवस्था रखें.
मुख्य सचिव ने पटना, दरभंगा और गया एयरपोर्ट पर विशेष चौकसी रखने का निर्देश दिया है. रेल और बस अड्डों पर हेल्थ वर्कर की टीमें तैनात करने को कहा गया है. बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव के साथ ही गृह विभाग के प्रधान सचिव और डीजीपी भी शामिल थे.
रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड व एयरपोर्ट पर यात्रियों की होगी रैंडम जांच
केरल, महाराष्ट्र, पंजाब जैसे राज्यों से होली में बिहार आने वाले यात्रियों के मद्देनजर पटना जिला प्रशासन और सिविल सर्जन कार्यालय अलर्ट हो गया है. सिविल सर्जन कार्यालय ने एक बार फिर से रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर कोरोना जांच करने का फैसला किया है. जिन राज्यों में कोरोना के केस ज्यादा पाये जा रहे हैं, वहां से आने वाली ट्रेनों और फ्लाइट से आने वालों पर खास नजर रहेगी. बस स्टैंड पर भी रैंडम जांच की जायेगी. रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की रैपिड एंटीजन किट से रैडम कोरोना जांच की जायेगी. इसको लेकर रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर टीमें तैनात की गयी हैं. पटना एयरपोर्ट पर पूर्व से ही टीम तैनात है.
पटना में 165 बेडों का आइसोलेशन सेंटर होटल पाटलिपुत्र अशोक में अब भी चालू है. सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि वैसे कोरोना मरीज जो होम आइसोलेशन में नहीं रहना चाहते हैं और हल्के लक्षण हैं, उन्हें यहां रखा जायेगा. पीएचसी को निर्देश दिया गया है कि इस तरह के पॉजिटिव केस आने पर उन्हें होटल अशोक आइसोलेशन सेंटर एंबुलेंस से भेजे. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों और गाइडलाइन के मुताबिक हम कोराेना के नये खतरे से निबटने के लिए तैयार हैं.
Posted by Ashish Jha