पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निर्देश दिया कि राज्य में कोरोना टेस्ट की संख्या के साथ-साथ टीकाकरण की गति को बढ़ाएं. एक मई से 18 से 44 वर्ष तक के लोगों का भी मुफ्त टीकाकरण कराया जायेगा. इसकी पूरी तैयारी रखें. उन्होंने कहा कि बचे हुए पुलिसकर्मियों का टीकाकरण जरूर कराएं. साथ ही उन्होंने पटना स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) को कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल बनाने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री मंगलवार को एक अणे मार्ग स्थित संकल्प सभाकक्ष से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के डीएम-एसपी और अन्य वरीय अधिकारियों के साथ कोरोना से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक कर रहे थे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि ओड़िशा के सीएम नवीन पटनायक से ऑक्सीजन आपूर्ति को लेकर फोन पर बात हुई है. उन्होंने सहयोग का आश्वासन दिया है. केंद्र की सहायता भी मिल रही है, लेकिन इसके अलावा हमलोग अपनी तरफ से और क्या कर सकते हैं, उसके लिए हमेशा तत्पर रहें. हर हाल में लोगों को बचाना जरूरी है.
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने सभी डीएम से कहा कि कोरोना के मामले रोज बढ़ रहे हैं. आप सभी सक्रिय रहेंगे, तो लोग नियंत्रित रहेंगे. मूवमेंट सीमित होगा और कोरोना का फैलाव कम-से-कम होगा. सीएम ने बताया कि सोमवार की शाम मैंने स्वयं पटना शहर में भीड़भाड़ की स्थिति, कोरोना प्रोटोकॉल का पालन, लोगों को मास्क पहनना समेत अन्य को लेकर जायजा लिया था.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलों में इलाज की पूरी व्यवस्था रखें. अनुमंडल स्तर पर भी इलाज की पूरी तैयारी रखें. पटना स्थित आइजीआइएमएस को डेडिकेटेड कोविड अस्ताल के रूप में तैयार करें. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग सभी जिलों के डीएम से कोरोना संक्रमण की अपडेट स्थिति की जानकारी एक दिन बीच करके ले और उसके आधार पर जरूरी कदम उठाये.
मुख्यमंत्री ने खासतौर से निर्देश दिया कि गुमराह करने वाले कुछ नकारात्मक प्रवृति के लोग हैं, उन पर खासतौर से नजर रखें. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमितों के इलाज में किसी तरह की कोई कोताही नहीं हो, इस पर विशेष ध्यान दें.
समस्या को कैसे कम किया जा सकता है, इस पर सकारात्मक रवैये के साथ काम करें. लोगों को बचाव के लिए पूरी तरह से सचेत रहें. मुख्यमंत्री ने कहा कि बुधवार को आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में आज सभी डीएम से मिले फीडबैक पर चर्चा होगी और इससे संबंधित जो जरूरी होगा, वह निर्णय लिया जायेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि माइकिंग के माध्यम से गांव-गांव तक कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों को सतर्क और सजग करने के लिए निरंतर अभियान चलाएं. उन्हें अगल-बगल के गांवों और मुहल्लों में कोरोना संक्रमितों की संख्या को बताएं. उसके फैलाव के बारे में लोगों को सचेत करें. लोगों को बताएं कि आप अगर सतर्क और सजग रहेंगे, तो संक्रमण का खतरा कम से कम होगा. सभी को यह समझाने की जरूरत है कि वे मास्क का जरूर प्रयोग करें. आपस में दूरी बनाकर रहें. हमेशा साबुन से हाथ धोते रहें. बेवजह घर से बाहर नहीं निकलें.
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने राज्य में कोरोना की स्थिति की अपडेट जानकारी प्रेजेंटेशन के माध्यम से दी. उन्होंने रोजाना टेस्ट, पॉजिटिविटी रेट, एक्टिव केस, प्रति 10 लाख की जनसंख्या पर जांच की संख्या, जिलावार एक्टिव केस, आरटीपीसीआर जांच और टीकाकरण के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी. कोविड अस्पतालों में दवा, बेड और ऑक्सीजन की उपलब्धता समेत अन्य के संबंध में भी जानकारी दी.
सभी जिलों के डीएम ने अपने-अपने जिलों में कोरोना संक्रमण की अपडेट स्थिति और उससे निबटने के लिए किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी.साथ ही जरूरी सुझाव भी दिये. बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार और चंचल कुमार उपस्थित थे, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय समेत सभी अधिकारी जुड़े हुए थे.
Posted by Ashish Jha