मुजफ्फरपुर : जिले में कोरोना जांच को लेकर स्वास्थ्य विभाग हर जगह कैंप लगा रहा है, लेकिन लोग जांच कराने में रुचि नहीं ले रहे हैं. दूसरे स्टेट से आने वाले लोग अब जांच कराने से कतराने लगे हैं.
इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि स्वास्थ्य विभाग ने दूसरे स्टेट से आने वाले लोगों के लिए बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर कैंप लगाया है. लेकिन इन कैंप का हाल यह है कि पहले हर दिन तीनों कैंप में जहां 260 से 290 लोगों की जांच हो रही थी, अब यह संख्या 190 से 210 तक हो गयी है. 11 दिनाें में केवल 22 सौ लोगों की जांच हुई है.
इधर, जिले में हो रही कोरोना जांच की रफ्तार धीमी हो गयी है. जिले में हर दिन जहां चार हजार से अधिक सैंपल की जांच हो रही थी, अब यह सिमट कर 24 सौ तक पहुंच गयी है. एसीएमओ डॉ विनय कुमार ने कहा कि पहले ग्रामीण इलाकों में देखने को मिल रहा था कि लोग जांच कराने से कतराते थे. लेकिन अब धीरे-धीरे शहरी इलाके में यह देखने को मिल रहा है.
विभाग ने जिले में प्रतिदिन छह हजार से अधिक सैंपल की जांच का लक्ष्य निर्धारित था, लेकिन औसतन 2400-2600 लोग जांच करा रहे हैं. सिविल सर्जन डॉ शैलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि पीएचसी व सीएचसी को लगातार आदेश दिये जा रहे हैं कि अधिक से जांच कराये जाएं, ताकि त्योहारों और चुनाव के समय कोरोना के मामले में अचानक बढ़ोतरी नहीं हो.
Posted by Ashish Jha