पटना. जिले में कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रशासन फिर से एक बार आइसोलेशन सेंटरों को एक्टिवेट कर रहा है. ये सेंटर पिछले वर्ष कोरोना की शुरुआत के समय बनाये गये थे. बाद में कोरोना केस कम होने पर यह बंद चल रहे थे लेकिन अब इन्हें फिर से चालू किया जा रहा है.
गुरुवार को उप विकास आयुक्त रिची पांडेय ने कोरोना नियंत्रण के लिए बनी विभिन्न कोषांगों के पदाधिकारियों संग एक बैठक की और इसमें आवश्यक दिशा निर्देश दिये. हिंदी भवन में हुई इस बैठक में उन्होंने संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी को आइसोलेशन सेंटर में बेड की संख्या बढ़ाने तथा कर्मियों की प्रतिनियुक्ति कर रिपोर्ट देने को कहा है.
उन्होंने यहां डॉक्टरों की तैनाती के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है. कहा है कि कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए इसे जल्द से जल्द सारी व्यवस्था पूरी की जाये. साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की बात उन्होंने कही है. साथ ही यहां बेड भी बढ़ाने की बात कही है ताकि अधिक से अधिक संक्रमितों को यहां रखने का इंतजाम हो.
डाइट सेंटर बाढ़, डायट सेंटर विक्रम, डायट सेंटर मसौढ़ी, अनुमंडलीय अस्पताल बाढ़, अनुमंडलीय अस्पताल दानापुर, अनुमंडलीय अस्पताल मसौढ़ी, अनुमंडलीय अस्पताल पालीगंज, गुरु गोविंद सिंह अस्पताल पटना सिटी, बामेती, ट्रेनिंग सेंटर खिरी मोड, राधा स्वामी सत्संग केंद्र, टूरिज्म फैसिलिटेशन सेंटर कंगन घाट में आइसोलेशन सेंटर पूर्व में ही बनाये गये थे. फिर से इन्हें चालू किया जा रहा है.
बैठक में उन्होंने आरटीपीसीआर टेस्टिंग बढ़ाने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया है. उन्होंने कोषांग के अधिकारियों को अपने-अपने कोषांग के कार्यों का जवाबदेही से समय पर पूरा करने तथा मीटिंग में रिपोर्ट के साथ उपस्थित होने का निर्देश दिया है.
गुरुवार को जिले में माइक्रो कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ कर 207 हो गयी है. इनमें सबसे अधिक पटना सदर में 118 हैं. बाढ़ में 43, पालीगंज में 9, मसौढ़ी में 18, पटना सिटी में आठ, दानापुर में 11 है. जहां पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं, वहां अभी माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाये जा रहे हैं.
Posted by Ashish Jha