Coronavirus in Bihar : पटना में 15 दिनों के दौरान 594 शवों का हुआ अंतिम संस्कार, 325 अकेले बांसघाट पर हुए डिस्पोजल
निगम के घाटों बांस घाट, गुलबीघाट व खाजेकलां घाट पर पिछले 15 दिनों में कोरोना से मौत हुए 594 डेड बॉडी का अंतिम संस्कार हुआ है. इनमें सबसे अधिक बांस घाट पर लगभग 325 डेड बॉडी का डिस्पोजल हुआ.
पटना. निगम के घाटों बांस घाट, गुलबीघाट व खाजेकलां घाट पर पिछले 15 दिनों में कोरोना से मौत हुए 594 डेड बॉडी का अंतिम संस्कार हुआ है. इनमें सबसे अधिक बांस घाट पर लगभग 325 डेड बॉडी का डिस्पोजल हुआ.
खाजेकलां घाट पर कोरोना से मौत होने पर डेड बॉडी का डिस्पोजल 23 अप्रैल से शुरू हुआ. पटना सिटी अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि यहां अब तक 40 डेड बॉडी का डिस्पोजल हुआ है.
वहीं, गुलबीघाट पर 228 डेड बॉडी का डिस्पोजल हुआ है. बांकीपुर के कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि गुलबीघाट में वीआइपी लोग पहुंचते हैं. कोरोना से मौत होने पर डेड बॉडी का डिस्पोजल नि:शुल्क होता है.
निगम के तीनों घाटों पर पर कुल पांच विद्युत शवदाह मशीनें काम कर रही हैं. इनमें बांस घाट व गुलबीघाट पर दो-दो व खाजेकलां घाट पर एक मशीन काम कर रही है.
मशीन से दाह संस्कार करने पर लगभग एक घंटे का समय लगता है. कोरोना से मौत होने के बाद घाटों पर दाह संस्कार होने के बाद परिजनों के आवेदन देने पर मृत्यु प्रमाणपत्र जारी होता है.
इसके लिए परिजनों पर घाटों पर मिले रजिस्ट्रेशन नंबर व मृतक की आधार कॉपी के साथ संबंधित अंचल में आवेदन जमा करना पड़ता है.
Posted by Ashish Jha