Coronavirus in Bihar : बिहार में रिपोर्ट आने के बाद ही प्रवासी लोगों को कोरेंटिन सेंटर से मिलेगी छुट्टी, जानिये क्या है सरकारी व्यवस्था
कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण में हो रही अप्रत्याशित वृद्धि के कारण संक्रमण की रोकथाम एवं उससे बचाव के उद्देश्य से विभिन्न राज्यों से लौटने वाले राज्य के श्रमिकों व अन्य लोगों के लिए अनुमंडल स्तरीय कोरेंटिन कैंप का संचालन किया जायेगा़
पटना . कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण में हो रही अप्रत्याशित वृद्धि के कारण संक्रमण की रोकथाम एवं उससे बचाव के उद्देश्य से विभिन्न राज्यों से लौटने वाले राज्य के श्रमिकों व अन्य लोगों के लिए अनुमंडल स्तरीय कोरेंटिन कैंप का संचालन किया जायेगा़ आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने इसके लिए सभी जिलों के डीएम व एसपी को पत्र भेज कर निर्देश जारी किया है़
गुरुवार को वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में प्रधान सचिव ने इसकी जानकारी दी़ निर्देश में कहा गया है कि बीते वर्ष राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों से वापस आने वाले श्रमिकों व अन्य लोगों के लिए त्रि-स्तरीय (प्रखंड, पंचायत, ग्राम) कोरेंटिन कैंपों का संचालन किया गया था़ अब वर्तमान में अन्य राज्यों में संक्रमण के लेकर में लागू लॉकडाउन, नाइट कर्फ्यू एवं विभिन्न प्रतिबंधों के फलस्वरूप श्रमिक एवं अन्य लोगों का राज्य में आगमन तीव्र गति से हो रहा है़ सेंटर पर अनिवार्य रूप से सभी लोग आयेंगे़
अधिकतम चार दिनों में जांच रिपोर्ट आने के बाद अगर रिपोर्ट निगेटिव आती है, तो प्रवासी मजदूर या अन्य लोग घर जा सकेंगे़ वहीं, अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, तो स्थिति के अनुसार उन्हें जिले के आइसोलेशन सेंटर या जिला स्तर के कोविड हेल्थ सेंटर पर भेजा जायेगा़ अनुमंडल स्तर के कोरेंटिन सेंटर पर लोगों को रहने, भोजन करने, मास्क, सैनिटाइजर और सुरक्षा आदि के लिए सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था रहेगी़ इसके लिए राज्य के सभी अनुमंडलों में बड़े भवनों को खास कर शिक्षण संस्थानों के भवनों को चिह्नित कर लिया गया है़
सरकार ने अनुमंडल स्तर पर तय की है जिम्मेदारी
प्रत्येक कैंप में लोगों को फिजिकल डिस्टैंस के अनुसार रखा जायेगा़ किसी बड़े भवन या शिक्षण संस्थान में कोरेंटिन सेंटर चलेगा. कोरेंटिन कैंप की व्यवस्था की देखरेख के लिए एक प्रभारी पदाधिकारी एवं उनके सहयोग के लिए आवश्यक संख्या में कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जायेगी़ प्रत्येक अनुमंडल कोरेंटिन कैंप में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जायेगा़ वहां बाहर से आने वाले श्रमिकों एवं अन्य लोगों का पंजीकरण होगा़
सभी लोगों को पंजीकरण के दौरान मास्क भी उपलब्ध करा दिया जायेगा़ कैंप में पर्याप्त संख्या में हैंड सैनिटाइजर एवं हैंडवास की व्यवस्था की जायेगी़ कैंपों में बिजली, पानी, आवासन, भोजन एवं चिकित्सीय सुविधा की समुचित व्यवस्था की जायेगी़
कोरेंटिन कैंप की बैरिकेडिंग , माइक आदि की व्यवस्था रहेगी़ कैंप में पानी एवं शौचालय की व्यवस्था लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग एवं बिजली की व्यवस्था ऊर्जा विभाग के माध्यम से की जायेगी़ चिकित्सीय सुविधा अनुमंडल स्थित अस्पताल के द्वारा स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित कर उपलब्ध करायी जायेगी़
Posted by Ashish Jha