ऑक्सीजन नहीं होने के कारण खाली पड़े हैं बिहार के अस्पतालों में 1000 से ज्यादा बेड, एक्सपर्ट कमेटी ने हाइकोर्ट को सौंपी रिपोर्ट
पटना हाइकोर्ट में बुधवार को कोरोना मामले पर हो रही सुनवाई के दौरान तीन सदस्यीय एक्सपर्ट कमेटी ने कोर्ट को रिपोर्ट सौंपते हुए बताया कि ऑक्सीजन की अनियमित आपूर्ति के कारण पीएमसीएच, आइजीआइएमएस और मेदांता अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए करीब एक हजार से ज्यादा बेड खाली पड़े हैं.
पटना. पटना हाइकोर्ट में बुधवार को कोरोना मामले पर हो रही सुनवाई के दौरान तीन सदस्यीय एक्सपर्ट कमेटी ने कोर्ट को रिपोर्ट सौंपते हुए बताया कि ऑक्सीजन की अनियमित आपूर्ति के कारण पीएमसीएच,आइजीआइएमएस और मेदांता अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए करीब एक हजार से ज्यादा बेड खाली पड़े हैं.
ऑक्सीजन की कमी और अनिश्चित आपूर्ति से अस्पताल प्रशासन मरीजों को भर्ती नहीं कर पा रहा है. कोर्ट को बताया गया कि पीएमसीएच में 1750 बेड की सुविधा है, किंतु सिर्फ 770 बेड ही कोविड मरीजों के लिए उपलब्ध हैं.
आइजीआइएमएस में 1070 बेड की क्षमता के विपरीत महज 250 बेड पर ही कोविड मरीजों के लिए जगह है, वहीं 500 बेड वाला मेदांता अस्पताल आज तक शुरू नहीं हो पाया है. इन तीनों अस्पतालों के 1000 से ज्यादा बेड सिर्फ ऑक्सीजन की कमी या अनियमित सप्लाइ से खाली पड़े हैं.
हाइकोर्ट ने विभाग की कार्यशैली पर नाराजगी जतायी. जस्टिस चक्रधारी शरण सिंह और जस्टिस मोहित कुमार शाह की खंडपीठ ने सुनवाई की. कोर्ट ने कहा कि कमेटी की रिपोर्ट से साफ है कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से दिया गया ऑक्सीजन आपूर्ति का एक्शन प्लान आधा अधूरा था.
24 घंटे हो सप्लाइ
कोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देश दिया की इन सभी अस्पतालों को 24 घंटे निर्बाध रूप से ऑक्सीजन सप्लाइ देने पर एक एक्शन प्लान गुरुवार को सुनवाई के समय कोर्ट में पेश करें.
Posted by Ashish Jha