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बिहार में सर्वाधिक 293 नये मामले पटना में मिले
पटना : बिहार में कोरोना पॉजिटिवों की संख्या में रविवार को गिरावट दर्ज की गयी. रविवार को राज्य के 38 जिलों में कुल 2297 नये कोरोना पॉजिटिव के मामले पाये गये. इसके साथ ही कोरोना पॉजिटिवों की संख्या बढ़कर 59567 हो गयी है. रविवार को भी राज्य में सर्वाधिक 293 नये मामले पटना जिला में पाये गये हैं.स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार कोरोना पॉजिटिव के नये मामले जिन जिलों में पाये गये हैं, उसमें कटिहार जिला में 137, बेगूसराय जिला में 130 और वैशाली जिला में 115 नये केस शामिल हैं.
इसके अलावा अररिया में 24, अरवल में 10, औरंगाबाद में 46, बांका में 45, भागलपुर में 44, भोजपुर में 84, बक्सर में 49, दरभंगा में 46, पूर्वी चंपारण में 96, गया में 91, गोपालगंज में 27, जमुई में 21, जहानाबाद व कैमूर में 17-17, खगड़िया में 51, किशनगंज में नौ, लखीसराय में 26, मधेपुरा में 20, मधुबनी में 95, मुंगेर में 10, मुजफ्फरपुर में 82, नालंदा में 84, नवादा में 22, पूर्णिया में 72, रोहतास में 68, सहरसा में 90, समस्तीपुर में 46, सारण में 72, शेखपुरा में 30, शिवहर में आठ, सीतामढ़ी में 69, सीवान व सुपौल में 57-57 और पश्चिम चंपारण जिला में 37 नये मामले पाये गये हैं.
बिहार में टेस्ट बढ़ाने का काम किया जा रहा है : नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानपरिषद में दिये अपने संबोधन में कहा है कि बिहार में टेस्ट बढ़ाने का काम किया जा रहा है. संख्या बढ़ कर 50 हजार भी हो सकती है. समय में सरकार चैन से नहीं बैठी है. बयानबाजी करने वालो को सिर्फ बयान बाजी करना आता है. उन्होंने कहा कि सरकार लगातार लोगों के लिए काम कर रही है. पंचायत स्तर तक कोरोना जांच की व्यवस्था की गई है. बिहार की आबादी काफी है, जो चिंता का विषय है. टेस्ट सबका हो उसका सरकार इंतेजाम कर रही है.
परामर्श केंद्र का निरीक्षण
बेगूसरायः जिला पदाधिकारी द्वारा जिला नियंत्रण कक्ष-सह-कोविड-19 चिकित्सकीय परामर्श केंद्र का निरीक्षण किया गया. इस दौरान उन्होंने वहां प्राप्त होने वाले काल्स के संबंध में जानकारी प्राप्त की तथा केंद्र पर प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों/चिकित्सकों को आवश्यक निर्देश दिया.
COVID जागरूकता रथ रवाना
सहरसा: जिला पदाधिकारी ने समाहरणालय परिसर से कोरोना संक्रमण जांच सुविधा एवं टॉल फ्री नंबर के प्रचार प्रसार तथा जागरूकता हेतु COVID जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
नियंत्रण कक्ष का उद्घाटन
सुपौल:जिलाधिकारी महोदय द्वारा सदर अस्पताल सुपौल में जिला नियंत्रण कक्ष का उद्घाटन किया गया. नियंत्रण कक्ष हंटिंग लाइन युक्त है.
2762 नये मरीज, राज्य में अब कोरोना के 57270 मामले
राज्य में अब कोरोना मरीजों की कुल संख्या 57,270 तक पहुंची गयी है. रविवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार शनिवार को राज्य में 2762 नये मामले मिले है. इनमें सबसे अधिक पटना में 460 मामले सामने आये. इसके अलावा राज्य में अब तक 36, 637 कोरोना मरीज ठीक हो चुके हैं.वर्तमान में कोरोना के 23,310 एक्टिव मामले हैं. राज्य में कोरोना रिकवरी दर 63.97 है.
अब दो बार मिलेगी मेडिकल बुलेटिन
मरीज और अटेंडेंट को सुबह 11 बजे और शाम छह बजे मिलेगी मेडिकल बुलेटिन अस्पतालों में कोरोना मरीज और उनके परिजनों को दिन में दो बार उनकी मेडिकल स्थिति की जानकारी मिल सकेगी. अस्पतालों में तैनात सपोर्ट टीम सुबह 11 बजे और शाम छह बजे मरीज और उनकी तीमारदारी के लिए रहे लोगों का मेडिकल बुलेटिन से अवगत करायेगी. इसमें मरीज की हालत, उनकी दवा और खाने की जानकारी दी जायेगी. सभी जिलों में टाॅल फ्री नंबर भी जारी किये गये हैं.
रोग के इलाज के पहले होगा एंटीजन टेस्ट
अब सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में किसी भी बीमारी का इलाज कराने गये मरीजों का पहले रैपिड एंटीजन किट से कोरोना जांच करायी जायेगी. इसके लिए सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों को निर्देश जारी कर दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने किसी दूसरे रोग का इलाज कराने आये लोगों से संक्रमण बढ़ने के खतरे को दूर करने के लिए यह निर्देश जारी किया गया है.
बाढ़ राहत शिविरों में होगा टेस्ट
स्वास्थ्य विभाग ने सभी बाढ़ राहत शिविर, सामुदायिक किचेन वाले इलाके में रह रहे लोगों का रैपिड एंटीजन किट से टेस्ट कराने का निर्देश दिया है. बाढ़ राहत केंद्रों में रह रहे लोगों की अब कोरोना जांच भी करायी जायेगी.
अब घर बैठे करवा सकते हैं जांच
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद निगरानी कर रहे हैं. प्रतिदिन वह मरीजों की संख्या और उनके इलाज के लिए किये जा रहे उपायों से अवगत हो रहे हैं. सरकार और स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह सजग है. डरने की जरूरत नहीं है. हम पूरा प्रयास कर रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि राज्य में जिन निजी लैब को जांच की जिम्मेदारी दी गयी है, वहां कोई भी व्यक्ति अपने घर बैठे जांच करवा सकेगा. लैब के कर्मी संबंधित व्यक्ति के घर पर जाकर उनका सैंपल कलेक्ट कर सकेंगे. इसके लिए संबंधित लैब को तीन सौ रुपये अतिरिक्त यानी कुल मिला 2800 रुपये देने होंगे.
7.75% पर आया पॉजिटिविटी रेट, 5% पर लाने का लक्ष्य
विभाग इसे अब पांच प्रतिशत पर लाने के लक्ष्य पर काम कर रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने आम लोगों को एक बड़ी राहत देते हुए घर तक जांच टीम पहुंचाने का निर्णय लिया है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री के स्तर पर डॉक्टरों और कर्मियों को एक महीने का मूल वेतन देने के निर्णय के तहत 252.54 करोड़ रुपये मंजूर कर दिये गये हैं. रविवार की देर रात इसकी अधिसूचना जारी कर दी गयी.