Coronavirus in Bihar : टेंशन नहीं, RTPCR रिपोर्ट नहीं होने पर भी लक्षण के आधार पर PMCH में मरीज को मिलेगी भर्ती
कोविड के लक्षण ही इलाज के लिए काफी हैं. पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने अस्पताल के कोविड वार्ड समेत सभी विभाग के विभागाध्यक्षों, सीनियर डॉक्टर व नर्सों को सख्त निर्देश दिये हैं कि भर्ती करने में आनाकानी न करें.
पटना. कोविड के लक्षण ही इलाज के लिए काफी हैं. पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने अस्पताल के कोविड वार्ड समेत सभी विभाग के विभागाध्यक्षों, सीनियर डॉक्टर व नर्सों को सख्त निर्देश दिये हैं कि भर्ती करने में आनाकानी न करें. तुरंत इलाज से मरीज की जान बचने की संभावना बढ़ जाती है. इसलिए आरटीपीसीआर रिपोर्ट का इंतजार नहीं करें. वैसे मरीजों को अस्पताल में बने 50 बेडों के कोविड सस्पेक्टेड वार्ड में तुरंत भर्ती करें.
बुधवार को अधीक्षक डॉ ठाकुर खुद पीपीइ किट पहन कर कोविड वार्ड, कोविड जांच केंद्र समेत कोविड आइसीयू का निरीक्षण किया. साथ ही उन्होंने जरूरी दिशा निर्देश जारी किये. उन्होंने कहा कि सीटी स्कैन या कोविड लक्षण के आधार पर ही तुरंत मरीजों को सस्पेक्टेड वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जायेगा.
कोरोना के समय में शहर के सभी सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में एंबुलेंस संचालकों की मनमानी चल रही है. मंगलवार को एंबुलेंस चलाने के वर्चस्व को लेकर हुई गोलीबारी मामले को पुलिस के साथ-साथ अस्पताल प्रशासन ने भी गंभीरता से लिया है.
अस्पताल में बाहरी एंबुलेंस चालकों को चिह्नित करने का निर्देश जारी कर दिया गया है. साथ ही परिसर में मरीज लेकर आने-जाने वाले सभी एंबुलेंस चालकों की सीसीटवी कैमरे से नजर रखने का निर्देश अधीक्षक ने दिया है. साथ ही उन्होंने मरीज के परिजनों से अपील की है कि अगर कोई एंबुलेंस चालक मनमानी करता है, तो वह तुरंत कंट्रोल रूम में शिकायत करें.
Posted by Ashish Jha