पटना . शहर में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के कारण लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है. कोरोना संक्रमित हुये व्यक्तियों के परिजनों की बदहवासी शहर के दवा मंडियों और दुकानों में देखी जा सकती है. अपनों की जान बचाने के लिए परिजन एक दुकान से दूसरी दुकान भटक रहे हैं.
रेमडेसिवीर, फेबी फ्लू व ऑक्सीजन सिलिंडर मार्केट से ऑउट ऑफ स्टॉक हो गयी है. राज्य की सबसे बड़ी दवा मंडी में शुमार होने वाले गोविंद मित्रा रोड में इन दवाओं की तलाश में सुबह से शाम तक मरीजों के परिजन भटक रहे हैं.
अस्पताल से लेकर मार्केट में नहीं मिली दवा तो पहुंचे मंडी : परिजनों का कहना है कि अस्पताल में दवाएं मिल नहीं रही है. मार्केट में भी दवाएं उपलब्ध नहीं है. इसकी वजह से दवा मंडी गोविंद मित्रा रोड पहुंचना पड़ा.
इन दिनों दवा के रिटेल व होलसेल काउंटर पर परासिटामॉल, विटामिन सी, जिंक, आइवरमेक्टोल व मल्टीविटामिन की दवाओं की मांग 40 प्रतिशत तक अधिक हो गयी है. इनके रेट भी 30 से 40% तक की बढ़ गये हैं.
पैरासिटामोल टैबलेट, कैप्सूल डॉक्सी, लिमसी, सिटरीजिन, एजिथ्रोमाइकल, आइवरमेक्टीन, जिंकोव और मल्टीविटामिन टैबलेट
ये आउट ऑफ स्टॉक : रेमडेसिवीर, फेबी फ्लू, फैवलपिरविर और बेटाडिन गार्गेल
रेमडेसिवीर दवा बनाने वाली कंपनी शहर में केवल तीन डीलरों को ही दवाएं मुहैया करा रही है. अचानक मांग में इजाफा होने से सप्लाइ में दिक्कत हो रही है.
पटना केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के सचिव राजेश आर्या बताते हैं कि औषधि नियंत्रण विभाग रेमडेसिवीर के स्टॉकिस्टों की संख्या को बढ़ाने के साथ लोगों तक दवाई की उपलब्धता के लिए जरूरी कदम उठाएं. असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर विश्वजीत का कहना है कि दवाओं की डिमांड बढ़ने से सप्लाइ में दिक्कत हो रही है.
Posted by Ashish Jha