बिहार में बनी हुई है ऑक्सीजन की किल्लत, केंद्र से प्रतिदिन 72 एमटी लिक्विड ऑक्सीजन की हुई मांग
राज्य के अस्पतालों में अब भी मांग के अनुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रयास करने के बाद भी केंद्र की ओर से प्रतिदिन ऑक्सीजन आवंटन नहीं होने के कारण किल्लत बनी हुई है.
पटना . राज्य के अस्पतालों में अब भी मांग के अनुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रयास करने के बाद भी केंद्र की ओर से प्रतिदिन ऑक्सीजन आवंटन नहीं होने के कारण किल्लत बनी हुई है.
मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने वर्चुअल प्रेस काॅन्फ्रेंस में बताया कि राज्य में 14 ऑक्सीजन प्लांट को चालू कर दिया गया है. इनमें कुल 32 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा है, जबकि इन प्लांटों में 72 मीट्रिक टन क्षमता के क्रायोजेनिक ऑक्सीजन प्लांट लगे हुए हैं.
ये क्रायोजेनिक ऑक्सीजन प्लांट लिक्विड ऑक्सीजन को मेडिकल उपयोग के लिए तैयार करते हैं. ऐसे में अगर सभी प्लांट पूरी क्षमता से चले तो राज्य में प्रतिदिन 104 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति होगी. इससे राज्य के अस्पतालों के अधिकतम मांग को पूरा किया जा सकेगा.
बीते तीन दिनों में राज्य को अन्य राज्यों से केवल 60 मीट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति हुई है. इस कारण पूरी क्षमता के साथ राज्य में उत्पादन नहीं हो पा रहा है.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को केंद्र के उच्च अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक में यह मांग रखी गयी कि बिहार को 12 अति प्रभावित राज्यों में शामिल करते हुए लिक्विड ऑक्सीजन का कोटा निर्धारित करे.
कोटा निर्धारित होने से झारखंड में लगी कंपनियों के प्लांट से राज्य को प्रतिदिन ऑक्सीजन की आपूर्ति होगी और राज्य में ऑक्सीजन की समस्या दूर हो सकेगी.
यहां ऑक्सीजन प्लांट कार्यरत
शहर संख्या
पटना 04
भागलपुर 02
गया 01
दरभंगा 01
पूर्णिया 01
नालंदा 01
पूर्वी चंपारण 01
औरंगाबाद 01
बेगूसराय 01
Posted by Ashish Jha