Coronavirus in Bihar : हर हाल में मुहैया हो ऑक्सीजन, सीएम नीतीश कुमार ने हाइलेवल मीटिंग में दिये कई निर्देश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को राज्य में ऑक्सीजन की तेजी से बढ़ती मांग और कोरोना से जुड़ी सभी तैयारियों को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की. उन्होंने खासतौर से निर्देश दिया कि किसी भी सरकारी या निजी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी जाये.
पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को राज्य में ऑक्सीजन की तेजी से बढ़ती मांग और कोरोना से जुड़ी सभी तैयारियों को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की. उन्होंने खासतौर से निर्देश दिया कि किसी भी सरकारी या निजी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी जाये.
सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की जरूरत को पूरा करने के लिए हर संभव कदम उठाएं. हर हाल में ऑक्सीजन की आपूर्ति करनी है. केंद्र सरकार से जितने ऑक्सीजन का एलॉटमेंट मिला है, उसके अलावा अगर अतिरिक्त ऑक्सीजन की जरूरत है, तो राज्य सरकार अपने खर्च पर इसे उपलब्ध करायेगी.
उन्होंने यह भी कहा कि ऑक्सीजन की बर्बादी और बेवजह ऑक्सीजन सिलिंडर का भंडारण नहीं हो, इसका भी ध्यान रखें. दवा के साथ ऑक्सीजन सिलिंडर की उपलब्धता पर्याप्त रखें. साथ ही उन्होंने आइजीआइएमएस समेत सभी सरकारी व निजी अस्पतालों में बेडों की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया.
मुख्यमंत्री ने एक अणे मार्ग स्थित संकल्प सभाकक्ष में हुई बैठक में कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले रोज तेजी से बढ़ रहे हैं. विशेषज्ञों के अनुसार अभी इसके और तेजी से बढ़ने की आशंका है. हर पहलु पर गंभीरतापूर्वक विचार करें और परिस्थिति के मुताबिक हर जरूरी कदम उठाएं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना जांच की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ जांच रिपोर्ट जल्द उपलब्ध कराएं. अन्य राज्यों में चुनाव के लिए जो भी पुलिस बल बाहर गये हैं, उनके लौटने पर उनकी जांच करायी जायेगी. राज्य के सभी पुलिस बलों की भी नियमित जांच कराते रहें. उन्होंने कहा कि आयुष, यूनानी, दंत और रिटायर्ड डॉक्टरों का भी इस महामारी से निबटने में सहयोग लें. साथ ही अन्य तरह के चिकित्सा कार्य से जुड़े लोगों की ट्रेनिंग कराकर उनका सहयोग लिया जाये.
सीएम ने खासतौर से कहा कि कोरोना जांच में कुछ लोगों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आ रही है, लेकिन उनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण पाये जा रहे हैं. ऐसे मरीजों के इलाज की भी व्यवस्था अस्पतालों में सुनिश्चित कराएं. उन्होंने कहा कि टीकाकरण में भी अधिक तेजी लाएं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि संचार के अन्य माध्यमों के साथ-साथ माइकिंग के माध्यम से गांव-गांव तक कोरोना के प्रति लोगों को सतर्क और सजग करने के लिए लगातार अभियान चलाएं. सभी को यह समझाने की जरूरत है कि वे मास्क का जरूरत प्रयोग करें, आपस में दूरी बनाकर रहें, हमेशा साबुन से हाथ धोते रहें. बेवजह घर से बाहर नहीं निकलें. अगल-बगल के गांव और मुहल्लों में जो कोरोना का फैलाव हो रहा है, उसके बारे में लोगों को बताएं कि अगर वे सतर्क और सजग रहेंगे, तो संक्रमण का खतरा कम-से-कम होगा.
समीक्षा बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रेजेंटेशन के जरिये राज्य में कोरोना की अपडेट स्थिति की जानकारी दी. उन्होंने प्रतिदिन टेस्ट, पॉजिटिविटि रेट, एक्टिव केस, कुल जांच, आरटीपीसीआर जांच और टीकाकरण के संबंध में जानकारी दी. साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए उठाये जा रहे कदमों के संबंध में भी जानकारी दी.
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार व चंचल कुमार मौजूद थे. वहीं, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, डीजीपी एसके सिंघल, पथ निर्माण के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद, ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी, नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर समेत अन्य सभी अधिकारी मौजूद थे.
Posted by Ashish Jha