पटना . कोरोना के गंभीर मरीजों की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है़ गुरुवार की दोपहर तीन से चार बजे के बीच करीब एक दर्जन कोरोना संक्रमित मरीज गंभीर हालत में एंबुलेंस व निजी वाहन से आइजीआइएमएस पहुंचे. सभी को जवाब मिला कि बेड खाली नहीं हैं.
पांच मरीजों ने काफी देर इंतजार किया और दूसरे अस्पताल की तलाश में चले गये. हालांकि इस बीच दो मरीजों को काफी परिश्रम के बाद बेड मिला, लेकिन इस बीच इलाज न मिलने की वजह से एक एंबुलेंस में एक व्यक्ति की मौत हो गयी़
वहीं अस्पताल के जानकारों की माने तो संस्थान में कोविड मरीजों के लिए आइसीयू बेड का इंतजाम किया गया है, लेकिन मरीजों की संख्या अधिक व बेड काफी कम होने की वजह से मरीज इमरजेंसी गेट के बाहर ही दम तोड रहे हैं.
पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में गुरुवार को कोरोना के पांच मरीजों की मौत हो गयी. अस्पताल प्रशासन के मुताबिक सभी मरीजों को गंभीर हालत में भर्ती कराया गया था. इनमें पटना के अलावा दूसरे जिलों के मरीज शामिल हैं.
बताया जा रहा है कि कुछ मरीज घर में तो कुछ शहर के निजी अस्पताल में भर्ती थे. ऑक्सीजन के अभाव में उन्हें पीएमसीएच रेफर किया गया था. मरने वाले मरीजों में दानापुर के 65 वर्षीय श्याम बहादुर राय, बेऊर की 80 साल के सुमित्रा देवी, दरियापुरा गोला की 50 साल की फुल कुमारी और हनुमान नगर के 63 साल के अवधेश कुमार सिन्हा शामिल हैं.
वहीं, पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने बताया कि गुरुवार को पीएमसीएच में 13 मरीजों ने कोरोना को मात दी है. डॉ ठाकुर ने कहा कि अस्पताल में 105 मरीज भर्ती हैं. गुरुवार को 16 गंभीर मरीजों को भर्ती किया गया. 25 मरीज आइसीयू में भर्ती हैं. 85 से अधिक मरीज ऑक्सीजन पर हैं.
Posted by Ashish Jha