पटना: कोरोना को मात देने के लिए पुलिस मुख्यालय नया प्रयोग करने जा रहा है. महामारी की चपेट में आने के बाद ठीक हुए पुलिसकर्मियों की मदद से बीमार कर्मियों की जान बचायी जायेगी. कोरोना को मात देने वाले पुलिसकर्मी अपना प्लाज्मा दान करेंगे. इस प्लाज्मा से कोराना के गंभीर मरीजों (पुलिसकर्मी) का उपचार कराया जायेगा़.
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एडीजीपी विधि व्यवस्था अमित कुमार ने इस संबंध में दिशा निर्देश जारी कर नोडल अधिकारी की नियुक्ति कर दी है़. कोरोना के संक्रमण से राज्यवासियों के बचाव के लिए फ्रंट लाइन पर तैनात पुलिसकर्मी भी इसके शिकार हो रहे है़ं. पुलिस मुख्यालय के 17 जुलाई के रिकाॅर्ड के अनुसार 666 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. दो की मौत हो गयी है और 188 स्वस्थ हो गये हैं.
पुलिस मुख्यालय ने सोमवार को इस संबंध में एक बैठक की़. अमित कुमार (एडीजीपी, विधि व्यवस्था) ने कहा कि कोरोना से ठीक हुए पुलिसकर्मियों की सूची तैयार की जा रही है़. इनके प्लाज्मा से अन्य पुलिसकर्मियों की जान बचायी जायेगी़.
वहीं पटना के पीएमसीएच व एनएमसीएच में कोविड-19 से संबंधित आवश्यक शिकायत व सुझाव के लिए बनाया गया. जिला प्रशासन का कोरोना नियंत्रण कक्ष सोमवार से शुरू हो चुका है. कंट्रोल रूम में भारतीय प्रशासनिक सेवा के साथ ही बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की तैनाती की गयी है.
इनके अलावे तीन पालियों में बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की ड्यूटी लगायी है. खास बात यह है नोडल पदाधिकारियों में एक आइएएस व एक आइपीएस को शामिल किया गया है़ इधर, कंट्रोल रूम बनते ही लोगों द्वारा सबसे अधिक कोरोना जांच को लेकर सवाल पूछे गये.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya