अनिकेत त्रिवेदी, पटना. राज्य में हर दिन जांच का दायरा जैसे-जैसे बढ़ रहा है, कोरोना संक्रमण की रफ्तार भी वैसे-वैसे बढ़ रही है. एक से नौ अप्रैल तक औसत संक्रमण दर दो प्रतिशत से कम रही, लेकिन 10 अप्रैल से इसमें तेजी आयी और 13 अप्रैल को यह पांच प्रतिशत के खतरनाक स्तर के करीब पहुंच गयी.
एक से 13 अप्रैल के बीच कोरोना संक्रमण के 24,858 नये मामले सामने आये हैं, जबकि इन 13 दिनों में 10 लाख 42 हजार 36 सैंपलों की जांच हुई है. इस हिसाब से अप्रैल में अब तक औसतन 42 सैंपलों की जांच में एक यानी 2.38% कोरोना संक्रमित मिले हैं और इस दर से प्रतिदिन कोरोना के औसतन 1912 नये मामले आये हैं.
वहीं, 11 से 12 अप्रैल तक की बात करें, तो जांच में संक्रमित मिलने की औसत दर बढ़ कर 3.73% रही यानी 27 सैंपलों की जांच में एक पॉजिटिव मिला, जबकि 13 अप्रैल को कोरोना संक्रमण दर और बढ़ कर 4.44% हो गयी यानी 22 सैंपलों की जांच में एक पॉजिटिव मिला.
गौरतलब है कि इस वर्ष अप्रैल में एक दिन में अधिकतम 99,023 कोरोना सैंपलों की जांच की जा चुकी है. वहीं, राज्य में बीते वर्ष जब से कोरोना संक्रमण की शुरुआत हुई है, तब से अब तक दो करोड़ 47 लाख 43 हजार 506 कोरोना सैंपलों की जांच की जा चुकी है.
राज्य में भले ही कोरोना से रिकवरी दर बीते एक सप्ताह के दौरान प्रतिदिन करीब एक फीसदी की दर से घट रही हो, लेकिन अब भी कोरोना से मौत की दर उतनी अधिक चिंताजनक नहीं है. अप्रैल में स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट बताती है कि 13 दिनों में कुल 54 लोगों की मौत हो चुकी है. इस तरह प्रतिदिन कोरोना से औसतन चार से अधिक लोगों की मौत हुई है.
आंकड़ों के अनुसार 10 से 12 अप्रैल तक छह-छह और 13 अप्रैल को सबसे अधिक 14 की मौत हुई, जबकि चार अप्रैल को सिर्फ एक की मौत हुई थी. गौरतलब है कि राज्य में बीते वर्ष से जब से कोरोना संक्रमण की शुरुआत हुई है, तब से अब तक कोरोना से 1630 लोगों की मौत हो चुकी है.
राज्य में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में तेजी होली के बाद से आयी है़ राज्य में 23 मार्च को कोरोना संक्रमण के 111 नये मामले सामने आये थे, जबकि 31 मार्च को 259 नये मामले आये़ इस दौरान नौ दिनों में कोरोना के नये केस आने का प्रतिदिन का औसत 207 था, जबकि अप्रैल में यह बढ़ कर 1912 हो गया. वर्तमान में राज्य में कोरोना के 20,148 एक्टिव मामले हैं, जबकि एक अप्रैल को राज्य में कोरोना के सिर्फ 1907 एक्टिव मामले रह गये थे़
Posted by Ashish Jha