पूर्णिया. जिले में कोरोना का संकट धीरे-धीरे गहराने लगा है. आलम यह है कि 24 घंटे के अंदर ही कोरोना के सक्रिय केस की तादाद दोगुनी हो गई है. डीपीआरओ के माध्यम से प्रशासनिक जानकारी के अनुसार, रविवार को जिले में सक्रिय केस की संख्या 35 तक पहुंच गई है. जबकि एक दिन पहले स्वास्थ्य विभाग ने 18 सक्रिय केस होने की जानकारी दी थी. कोविड की आधिकारिक साइट के अनुसार, अररिया में 61, कटिहार में 49 और किशनगंज में 26 सक्रिय केस हैं.
कोरोना पहचान के लिए सात नये लक्षण पाए गए हैं इन सात नए लक्षणों में सिर दर्द, गले में खरास का आना, शरीर में दर्द एवं पीड़ा, आंख आना, त्वचा पर चकता या रैशेज, डायरिया और हाथ या पैर की उंगलियों के रंग बिगड़ना शामिल हैं. किसी भी व्यक्ति में अगर ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं तो उन्हें तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में अपनी आरटीपीसीआर की जांच करानी चाहिए. जांच रिपोर्ट आने तक उन्हें स्वयं को अन्य सदस्यों से दूर होकर कोरेंटिन रहना चाहिए. इससे परिवार के अन्य लोगों के संक्रमित होने की संभावना नहीं होगी.
कोरोना के ताजा प्रसार के बीच आरटीपीसीआर जांच सुनिश्चित करने पर प्रशासन का फोकस है. इसे लेकर सदर अस्पताल के नवनिर्मित लैब को जल्द कार्यशील किया जायेगा. हाल में ही उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इस आरटीपीसीआर लैब का लोकार्पण किया था. हालांकि माइक्रोबायोलॉजिस्ट की कमी एवं अन्य कारणों से लैब का संचालन प्रभावित है. अब इसी महीने माइक्रोबायोलॉजिस्ट के चयन की प्रक्रिया की जायेगी.
रविवार को जिलाधिकारी राहुल कुमार ने सदर अस्पताल के आरटीपीसीआर लैब का निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद डीएम ने कहा कि आरटीपीसीआर लैब को जल्द से जल्द क्रियाशील किया जायेगा. इसके लिए आवश्यक निर्देश दिये गये हैं. डीएम के निरीक्षण के बाद समीक्षात्मक बैठक में सिविल सर्जन डॉ. एस के वर्मा, डॉ सुरेन्द्र दास, नगर आयुक्त विजय कुमार सिंह, डीटीओ विकास कुमार, वरीय उपसमाहर्ता सोनी , वरीय उपसमाहर्ता सुनीता कुमारी, डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह, अस्पताल प्रबंधक सिंपी कुमारी आदि मौजूद थे.
डीएम ने बताया कि जिले में कोरोना की स्थिति पर निगरानी के लिए कोषांगों का गठन किया गया है. सभी कोषांगों को अलग-अलग दायित्व निर्धारित किया गया है. साथ ही दायित्व के अक्षरश: निर्वहन के लिए कोषांगों के पदाधिकारी व कर्मियों को खासतौर से निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि माइक्रो लेवल पर समीक्षा के उपरांत आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं.
बैठक में डीएम ने बस स्टैंड में कोरोना जांच केंद्र खोले जाने का हुक्म दिया. बस से आने- जाने वाले सभी यात्रियों की जांच की जायेगी. साथ ही बसों में 50 प्रतिशत सीटों पर ही यात्री यात्रा कर सकेंगे. सभी यात्री को अनिवार्य रूप से मास्क पहन कर यात्रा करने का आदेश दिया गया.
डीएम के निर्देश पर कांटेक्ट ट्रेसिंग के कार्य को 24 घंटे के अंदर पूरा करना है और इसकी लिखित सूचना प्रशासन को उपलब्ध करानी है. इसे लेकर विकेंद्रीकरण की पद्धति अपनायी जा रही है.
डीएम ने कोविड टीकाकरण के दैनिक लक्ष्य को शतप्रतिशत पूरा करने पर जोर दिया है. डीएम ने बताया कि वैक्सिनेशन के साथ ही सप्लाई चेन को भी दुरुस्त रखा जायेगा.
Posted by Ashish Jha