कुमार दीपू, मुजफ्फरपुर. कोरोना संक्रमण की चपेट में बच्चे और नौजवान भी आ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट मानें तो बच्चों को उनके परिजन ही पॉजिटिव कर रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक बच्चों के पॉजिटिव होने की सबसे बड़ी वजह उनके परिजन लापरवाही है.
देवी मंदिर के पीछे एक परिवार में पहले पिता की तबीयत खराब हुई. जांच कराने के बाद वह घर चले गये. तीन बाद रिपोर्ट आयी तो वह पॉजिटिव निकला. इसके बाद घर के दो बच्चे व पत्नी की जांच हुई तो सभी पॉजिटिव निकले.
मुशहरी में एक परिवार में चार लोग पॉजिटिव मिले. यहां भी पहले पिता पॉजिटिव हुए थे. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जब घर वालों की जांच करायी तो दो बच्चे और उसकी मां पॉजिटिव निकली. बच्चों के पिता की सरैयागंज में दुकान है.
पहले की तरह इस बार लोग सावधानी नहीं बरत रहे हैं. बड़ों की लापरवाही का खामियाजा घर में रहने वाले बच्चे भुगत रहे हैं. कंट्रोल रूम से कोरोना पॉजिटिव की जानकारी लेने पर पता चला कि उसके घर में दो बच्चे भी हैं. जब बच्चों की जांच टीम ने की तो वह भी पॉजिटिव निकले.
परिजन की हिस्ट्री जानने पर पता चला कि बच्चों के पहले पिता पॉजिटिव हुए थे, उसके बाद उसकी मां पॉजिटिव हुई. दोनों के संपर्क में आने पर बच्चे भी पॉजिटिव हो गये. जिले में ट्रेस के दौरान 479 पॉजिटिव में करीब 30 बच्चे पॉजिटिव मिले हैं. इन सभी को दवा देकर होम आइसोलेट किया गया है.
कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों पर किये गये स्टडी के बाद पता चला है कि इस बार बच्चों में संक्रमण होने का मुख्य कारण उनके परिवार के ही लोग है. सिविल सर्जन सुरेंद्र कुमार चौधरी ने कहा कि विशेष सावधानी नहीं बरतने के कारण बच्चे अधिक बीमार हो रहे हैं. पहले लोग घर में आने से पहले कई तरह की सावधानी बरतते थे.
साबुन से हाथ-पैर धोने से लेकर नहाने तक का इंतजाम रखते थे. इस बार इसमें कोताही बरती जा रही है. इसका असर बच्चों पर देखा जा रहा है. कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले बच्चों की संख्या में इस तीन दिन के अंदर इजाफा हुआ है. बीमार होने वालों में अधिकांश बच्चे 10-14 साल के बीच के हैं. उसकी तबीयत अभी ठीक हैं.
Posted by Ashish Jha