गया . हाल के दिनों में कोविड संक्रमण से हुई मौतों को लेकर मृतक के परिजनों सहित रिश्तेदार व आसपास के लोग सदमे के साथ डरे भी हुए हैं. लेकिन, ऐसे समय में अधिक जागरूक रहने की जरूरत है.
संक्रमितों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. इसलिए कोविड महामारी के समय में सबसे अधिक जरूरी बात कोविड अनुरूप व्यवहारों के पालन का है. मास्क लगाने, हाथों को नियमित साबुन-पानी से धोने, भीड़भाड़ वाली जगहों पर नहीं जाने अथवा बहुत अधिक जरूरी होने पर ही घर से बाहर जाने और शारीरिक दूरी जैसे नियमों का पालन करने की सख्त जरूरत है.
वहीं, कोविड संक्रमण से हुई मौत को लेकर लोगों में व्याप्त डर को दूर करने के लिए शवों के सुरक्षित प्रबंधन व निस्तारण को लेकर स्वास्थ्य समिति के प्रशासी पदाधिकारी खालिद अरशद ने पूर्व में सिविल सर्जन को अनुपालन करने के निर्देश दिये. इसमें कोविड-19 संक्रमित मृतक के शव को उनके परिजनों के हवाले करने का भी निर्देश शामिल है.
अब ऐसे समय में पुन: उन बातों को ध्यान में लाना आवश्यक होगा. विशेष रूप से तैयार किये गये प्लास्टिक बैग में रख कर ही शव को उनके परिजन प्राप्त कर सकते हैं. परिजनों को इस बात का ध्यान रखना है कि शव को नहलाना, चूमना व गले नहीं लगाना है.
परिजन कोविड-19 की सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ शव का दर्शन कर सकते हैं. लेकिन, शव पर किसी प्रकार का लेप नहीं लगाना है. शवदाह गृह या कब्रिस्तान में भी अंतिम संस्कार कार्य में लगे लोगों को साबुन व पानी से अच्छी तरह हाथ धोने, मास्क व दस्तानों का इस्तेमाल करने व सामाजिक दूरी बनाये रखना है.
Posted by Ashish Jha