पटना. कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए लगे लॉकडाउन का असर दिखने लगा है. पिछले 15 दिनों से संक्रमण की दर में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. खासकर पिछले एक सप्ताह से संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से गिरावट दर्ज की गयी है. सोमवार को जिले में जहां 490 केस सामने आये थे, वहीं मंगलवार को उससे भी कम सिर्फ 285 नये मरीज ही पाये गये हैं. जबकि एक्टिव केस की संख्या भी जिले में पांच हजार हो गयी है.
सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी के अनुसार अप्रैल से लेकर अब तक में मंगलवार का केस सबसे कम दर्ज किया गया. इससे पहले सबसे कम 490 केस यानी सोमवार को दर्ज किया गया था. अगर जिलेवासी कोरोना गाइडलाइन व लॉकडाउन का पालन करें तो यह आंकड़ा और कम हो जायेगा.
विशेषज्ञ डॉक्टरों का कहना है कि पटना जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर लगाम लगाने का असर लॉकडाउन है. क्योंकि लॉकडाउन से पहले जिले में रोजाना 2500 से 3200 मरीज 24 घंटे के अंदर पाये जा रहे थे. जबकि लॉकडाउन के बाद इसकी संख्या घटकर 500 से भी नीचे आ गयी है. हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि एहतिहात बरतनी चाहिए.
घर से बाहर निकलते समय दो मास्क जरूर पहनें, क्योंकि जिले में कोरोना से मरीजों की मौत की संख्या में कमी नहीं आयी है. कोरोना का खतरनाक वायरस आज भी एक्टिव हैं. ऐसे में केंद्र व स्वास्थ्य विभाग की कोविड गाइडलाइन का पालन करना अति आवश्यक है.
पटना जिले में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या पांच हजार से नीचे यानी कुल 4828 हो गयी है. जिले में सबसे कम एक्टिव केस बेलछी प्रखंड में है. पटना सदर में जहां एक्टिव केसों की संख्या दस हजार से अधिक थी, वहां अब मात्र 3423 एक्टिव केस ही बचे हैं. काफी तेजी से पटना जिले में एक्टिव केसों में कमी आ रही है.
संपतचक, दानापुर व बाढ़ प्रखंड में कोराना संक्रमितों की संख्या 150 से अधिक है. दानापुर जहां कोरोना के एक्टिव केसों के मामले में तीन नंबर पर था, वह अब चार नंबर पर चला गया है और उसकी जगह संपतचक प्रखंड ने ले ली है. जिले में अभी की स्थिति यह है कि 16 प्रखंडों में एक्टिव केस 50 से कम हैं. सात प्रखंड ऐसे हैं, जहां एक्टिव केसों की संख्या 20 से कम है.
Posted by Ashish Jha