पटना. ब्लैक फंगस का कहर बढ़ता जा रहा है. शहर के आइजीआइएमएस अस्पताल में 65 ब्लैक फंगस के मरीजों को भर्ती किया गया है. वहीं, इलाज के दौरान दो मरीजों ने दम तोड़ दिया. इसमें छपरा जिले के अवधेश कुमार और पटना के ब्रिजेंद्र कुमार सिंह शामिल हैं.
वहीं, लगातार मरीज व मौत से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गयी है. अब तक 90 लोग विभिन्न अस्पतालों में भर्ती किये जा चुके हैं. इनमें छह मरीज इलाज के दौरान दम तोड़ चुके हैं. सबसे ज्यादा आइजीआइएमएस व एम्स में मरीज भर्ती किये गये हैं.
दवा न मिलने से प्रावइेट अस्पताल ब्लैक फंगस मरीज की भर्ती करने में आनाकानी कर रहे हैं. प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि दूसरे जिलों से बड़ी संख्या में ब्लैक फंगस के मरीज आ रहे हैं. ऐसे में पटना में मरीजों को दवा नहीं मिल रही है.
परिजन मरीजों को लेकर भटक रहे हैं. अस्पताल में सिर्फ भर्ती से काम नहीं हो सकता है. दवाएं जरूरी हैं. बिना दवा न तो इलाज होगा और न ही ऑपरेशन. ऐसे में मरीजों को बड़े सरकारी अस्पातालों में भर्ती करने की सलाह दी जा रही है. ताकि मरीजों को समुचित इलाज मिल सके.
बिहारशरीफ. सदर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार सिंह कोरोना से जंग हार गये. पटना के एम्स में शनिवार की रात उन्होंने अंतिम सांस ली. एसडीएम संजय कुमार सिंह लॉकडाउन और कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने के लिए सड़कों पर उतरे हुए थे. ड्यूटी के दौरान वे कोरोना संक्रमित हो गये.
इसके बाद उन्हें बिहारशरीफ के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. यहां हालत में सुधार नहीं होने के बाद उन्हें पटना के जगदीश मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसके बाद उन्हें पटना के एम्स में भर्ती कराया गया. संक्रमण के दौरान उनके लंग्स में इंफेक्शन हो गया था. इलाज के दौरान शनिवार की रात उनका निधन हो गया.
Posted by Ashish Jha